उमेश पाल उसके दो सरकारी गनर हत्याकांड के 100 दिन बाद भी 3 शूटर्स पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. बमबाज गुड्डू मुस्लिम, अरमान और साबिर जांच एजेंसियों के लिए चुनौती बने हुए हैं. वहीं, माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का भी अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
News Jungal Desk :- बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और दो सरकारी गनर के हत्याकांड के 100 दिन पूरे हो गए हैं । लेकिन उमेश पाल हत्याकांड के 100 दिन बाद भी 5-5 लाख के इनामी 3 शूटर्स पुलिस की पकड़ से दूर हैं । और बमबाज गुड्डू मुस्लिम, अरमान और साबिर अभी भी फरार चल रहे हैं और जांच एजेंसियों के लिए चुनौती बने हुए हैं । और इसके अलावा माफिया अतीक की पत्नी और 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन भी फरार है ।
हालांकि, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ व दूसरी जांच एजेंसियां लगी हुई हैं । और इस बीच एसटीएफ सूत्रों का दावा है कि मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र के नासिक में सर्च ऑपरेशन के बाद भी फरार शूटर्स का पता नहीं चला है । जांच एजेंसियों को आशंका है कि शूटर्स विदेश भाग गए हैं । और जांच एजेंसियों को शूटर्स के नेपाल के रास्ते विदेश भागने की आशंका है । एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक फरार शूटर्स लगातार लोकेशन बदल रहे थे । और इसके अलावा मोबाइल का इस्तेमाल बंद कर देने की वजह से भी शूटर्स की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है ।
धूमनगंज थाने में दर्ज करवाई थी FIR
गौरतलब है कि 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल और दो सरकारी गनर की हत्या हुई थी । हत्याकांड के अगले दिन 25 फरवरी को उमेश पाल की पत्नी जयापाल ने धूमनगंज थाने में हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी । और जया पाल ने एफआईआर में माफिया अतीक अहमद, भाई अशरफ, बेटों, पत्नी शाइस्ता परवीन, और शूटर्स गुड्डू मुस्लिम, साबिर, अरमान, मोहम्मद गुलाम को और अन्य को आरोपी बनाया था ।
चार पुलिस एनकाउंटर की डिटेल जानिए
आप को बता दें कि अब तक की कार्रवाई में पुलिस एनकाउंटर में चार आरोपी मारे जा चुके हैं । और सबसे पहले 27 फरवरी को पहला एनकाउंटर धूमनगंज थाना क्षेत्र के नेहरू पार्क में क्रेटा चालक अरबाज का हुआ था । जबकि; 6 मार्च को कौंधियारा थाना क्षेत्र में उमेश पाल पर पहली गोली चलाने वाला विजय चौधरी उर्फ उस्मान पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था । माफिया अतीक अहमद का बेटा असद और शूटर मोहम्मद गुलाम 13 अप्रैल को झांसी में यूपी एसटीएफ के एनकाउंटर में मारे गए थे । और वहीं उमेशपाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में काल्विन अस्पताल ने तीन शूटर्स ने हत्या कर दी थी । यहां यह भी बता दें कि हत्याकांड से जुड़े कई आरोपी जेल में बंद हैं ।
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