भारतीय रिजर्व बैंक ने आज तीन दिवसीय मौद्रिक नीति की समीक्षा की जिसमें एक बार फिर से रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया है। इसके साथ ही आरबीआई के गवर्नर ने 2000 रुपये के नए नोटों को लेकर भी एलान किया है।
News Jungal Desk: पिछले महीने आरबीआई ने अचानक ही 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। इसके लिए आरबीआई ने 30 सितंबर तक का समय भी दिया था। लोग 30 सितंबर 2023 तक इन नोटों को किसी भी बैंक में जाकर बदल सकते हैं।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज बताया कि 2000 रुपये के नोट बैंकों में जमा करने से लोगों को कई तरह का फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि अभी तक 2000 रुपये के 1.8 लाख करोड़ रुपये के नोट सिस्टम में वापस आ चुके हैं। यानी कि इतने नोटों को लोगों ने बैंक में जमा या एक्सचेंज करवा लिया है।
सिस्टम में 50 प्रतिशत नोट वापिस
आरबीआई के गवर्नर ने बताया कि अभी तक सर्कुलेशन में 2000 रुपये के 50 प्रतिशत तक नोट सिस्टम में वापस आ चुके हैं। दास ने कहा कि लोग अपनी सुविधा को ध्यान में रखते हुए 2000 रुपये के नोटों को बैंक या फिर आरबीआई के रिजीनल सेंटर में जमा कर सकते हैं। अभी तक 2000 रुपये के करीब 85 फीसदी नोटों को डिपॉजिट के तौर पर सिस्टम में वापस किया गया है। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि बैंको में नोट जमा करने से एवरेज लिक्विडिटी में इजाफा होगा। इसका असर बैंक के इंटरेस्ट रेट पर पड़ेगा। आरबीआई ने बताया 31 मई 2023 तक बाजार में 2000 रुपये के 3.62 लाख करोड़ रुपये के नोट सर्कुलेशन में मौजूद थे।
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