जोधपुर में आपसी रंजिश के चलते एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर शव जला दिए गए। हत्यारों ने परिवार की 6 महीने की मासूम को भी नहीं छोड़ा। बुधवार सुबह चारों के शव घर के आंगन में जले हुए मिले। मामला शहर के चौराई गांव का है।
News jungal desk: पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार रात करीब 3 बजे के आसपास की है। परिवार के लोग घर के बाहर सो रहे थे। इसी दौरान उनकी धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई। इसके बाद सभी को घसीटते हुए घर के आंगन में लाकर आग लगा दी गई।
अभी पता नहीं चली हत्याकांड की वजह
पुलिस जांच के साथ-साथ फोरेंसिक टीम भी मौके से सबूत जुटा रही है। इस सामूहिक हत्याकांड की क्या वजह रही, बदमाश कौन थे, कहां के थे, कितने थे, किस हथियार से मर्डर किया गया, ये सब अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है?
ग्रामीणों ने जब बुधवार सुबह जब घर से धुआं उठते देखा तो मकान के पास पहुंचे। यहां अंदर जाकर देखा तो पता चला चार परिजनों के शव अधजले पड़े थे। ASI अमना राम ने बताया कि पूनाराम (55), उसकी पत्नी भंवरी (50), बहू धापू (24) और उसकी 6 महीने की बेटी के शव जले हुए मिले हैं।
बच्ची का शव तो पूरी तरह जल गया था। बाकी के शव अधजले थे। पुलिस के मुताबिक परिवार किसानी करता था।
परिवार में दोनो बेटे रहते थे घर से दूर
बताया जा रहा है कि पूनाराम के दो बेटे हैं। एक रेवताराम और दूसरा हरीश।रेवताराम की पत्नी का नाम धापू है जो की घर में ही मौजूद थी।
रेवताराम ओसियां तहसील के ही घेवड़ा गांव में एक कटर मशीन (जोधपुरी पत्थर की फैक्ट्री) पर काम करता है। एक दिन पहले ही वह काम पर गया था। दूसरा बेटा हरीश जो की चामू गांव में अपने परिवार के साथ अलग रहता है।
ग्रामीणों ने बताया कि सुबह करीब 5 बजे उन्होंने पूनाराम के घर आग की लपटें देखीं तो वे मौके पर पहुंचे। पहले सोचा सामान्य आग है पर वहां चारों के शव जल रहे थे।
10 दिनो से घर में नहीं थी लाइट
मृतका धापू के पति रेवतराम ने बताया कि घर में 10 दिन से बिजली नहीं थी। उन्होने इसकी शिकायत भी जीएसएस में की थी। इसी वजह से परिवार घर के बाहर सो रहा था।
वहीं प्रारंभिक जांच में जमीन विवाद की कहानी सामने आ रही है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। घटना की जानकारी मिलने के बाद रेंज आईजी जयनारायण शेर और कलेक्टर हिमांशु गुप्ता भी घटनास्थल पर पहुंचे।
ओसियां विधायक ने रेंज आईजी पर उठाए कई सवाल
जोधपुर हत्याकांड के मामले में ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने रेंज आईजी जयनारायण शेर पर सवाल उठाए हैं। वह बोलीं-अधिकारी आरोपियों को पकड़ नहीं रहे हैं और केवल थाना अधिकारियों के ट्रांसफर कर रहे हैं।
जयपुर में उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा- श्याम पालीवाल की हत्या हुई, अभी तक मुख्य आरोपी को पकड़ा नही। मुझ पर हमला हुआ, लेकिन मेरे केस की फाइल ही सिरोही ट्रांसफर कर दी गई।
ऐसे अधिकारियों को फील्ड पोस्टिंग से हटाकर पीएचक्यू में बैठा देना चाहिए। उन्होंने कहा- एसपी अच्छे हैं, लेकिन आपके बॉस आपके हाथ बांध देते हैं तो क्या कर सकते हैं? आईजी मुझे जवाब दें कि अधिकारियों के क्यों ट्रांसफर किए गए? किस सोच से काम कर रहे हैं? एसी ऑफिस में बैठे रहते हैं किसी से मिलना नहीं चाहते। उन्होने कहा कि आप जनता के नौकर हो, साहब बनकर बैठे हो। यह तरीका नहीं चलेगा।
विधानसभा में भी उठा हत्याकांड का मामला, शाम 5 बजे सरकार देगी जवाब
इस हत्याकांड का मामला शून्यकाल के दौरान विधानसभा में भी उठा। आरएलपी विधायक पुखराज गर्ग ने पॉइंट ऑफ इंफॉर्मेशन के जरिए यह मामला उठाया। इससे पहले प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने इस मामले पर बोलना चाहा, लेकिन स्पीकर सीपी जोशी ने अनुमति नहीं दी। स्पीकर ने इस हत्याकांड पर शाम पांच बजे सरकार को सदन में जवाब देने के आदेश दिए हैं। शाम पांच बजे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल इस पर सदन में जवाब देंगे।
Read also: चंदा भी कानून को ताक पर रख आ गई थी भारत, जा रही थी SRK और सलमान से मिलने मुंबई…