भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी की जा रही है. इस बार नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. 21 लाख दीपकों का रिकॉर्ड बनाने के लिए 24 लाख दिये जलाए जाएंगे. इसके लिए 10 लाख दीपक स्थानीय कुम्हारों से बनवाए जा रहे हैं, दीवाली से पहले उन्हें रोजगार मिल रहे हैं. कुम्हारों के 35 से 40 परिवार उत्साह के साथ दीपक बनाने में जुटे हुए हैं ।
News jungal desk:- रामलला के गर्भगृह में विराजमान होने से पहले रामनगरी अयोध्या रोशन हो उठेगी । और इस बार होने वाला दीपोत्सव बेहद खास होने वाला है. सरयू नदी के 51 घाटों पर 21 लाख से ज्यादा दीपक जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. गिनती के समय दीये 21 लाख से ज्यादा हों इसलिए 24 लाख दीपक जलाए जाएंगे. खास बात यह है कि इस बार स्थानीय कुम्हारों से 10 लाख दीपक लिये जा रहे हैं. इससे कई छोटे-छोटे कुम्हारों को रोजगार मिल रहा है ।
रामनगरी अयोध्या में दीपावली पर दीपोत्सव मनाया जाने वाला है । और इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं । और इस बार स्थानीय कुम्हारों को 10 लाख दीये बनाने का ऑर्डर मिला है । इससे छोटे-छोटे कुम्हारों को रोजगार मिल रहा है । और अयोध्या के 35 कुम्हार परिवारों ने 10 लाख दीपक में से 5 लाख से ज्यादा दीपक बना लिए हैं. उनका कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में बचे हुए 5 लाख दीपक भी बनकर तैयार हो जाएंगे । इस बार दीपोत्सव में दीपक की आपूर्ति का टेंडर नोएडा की ग्रेविटी कंपनी को मिला है और वो स्थानीय कुम्हारों से बड़ी संख्या में दीपक ले रही है । और इससे लोगों में खुशी है और उन्हें अच्छा धनलाभ भी हो रहा है । और वे खुद को भगवान राम के पर्व से जुड़ा हुआ महसूस कर रहे हैं ।
दीपक बनाने में जुटे परिवार
दीपोत्सव पर एक साथ दीपक जलाने को लेकर नया कीर्तिमान स्थापित किया जाने वाला है । और इन्हीं दीपकों के बीच सबसे बड़ा आकर्षण भी दिखाई देगा । और इस दीवाली पर सरयू के तट पर एक साथ 21 लाख दीपों को जलाकर नया विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी है । और इनके निर्माण के लिए 35 से 40 कुम्हार परिवार दीपक बनाने का काम कर रहे हैं. इतनी बड़ी संख्या में दीपक बनाने के लिए कहीं स्वचालीय चाक, तो कहीं बिजली से चलने वाले चाक से कुम्हार दिये बनाने में जुटे हैं ।
सीएम को दे रहे धन्यवाद
कुम्हार उत्साहित होकर दीपक बनाने में लगे हुए हैं. इस आयोजन और रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद भी दे रहे हैं. बता दें कि सरयू नदी के तट पर इस बार 24 लाख दीपक जलाए जाएंगे. इसमें लगभग 1 लाख 5 हजार लीटर सरसों के तेल का उपयोग किया जाएगा. इन दीपकों को जलाने के लिए 25000 वॉलिंटियर लगाए जाएंगे.
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