News jungal desk : उत्तर प्रदेश के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 23 वर्षीय युवती का जच्चा बच्चा विभाग , मे दिनाक 5 अप्रैल 2024 को डा शैली अग्रवाल की टीम द्वारा जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्ण किया गया। मरीज को पिछले लगभग 8 माह से तेज पेट दर्द की शिकायत थी।जिसके इलाज के लिए मरीज कई सरकारी व निजी अस्पतालों में दिखा रही थी, लेकिन मरीज को कोई आराम नही मिला।
1 अप्रैल को अपर इंडिया अस्पताल पहुंचने पर मरीज को स्त्री एवम प्रसूति रोग विभाग मे . डा शैली अग्रवाल के अंतर्गत भर्ती किया गया। यहां जांचों में पता लगा कि मरीज को एक अंडाशय में गांठ है और बच्चेदानी भी नही बनी है (mulerian agenesis), बच्चेदानी के स्थान पर केवल एक गांठ है। जांचों में यह भी पता लगा कि मरीज को एक ही किडनी है जो कि अपनी जगह पर नही है । यह किडनी भी अंडेदानी की गांठ के पास ही है ।(Pelvic ectopic kidney) यह बहुत ही rare case होता है
प्रायः 12000 मे एक महिला को ऐसा पाया जाता है । अंडाशय की गांठ पूरी तरह से किडनी तथा आंतों से चिपकी हुई होने के कारण, चिकित्सकों के लिए किडनी को संरक्षित रखते हुए अंडाशय की गांठ को निकालना काफी जोखिम भरा एवम चुनौतीपूर्ण था। ऐसे में आपरेशन से पहले यूरोलॉजिस्ट डा. विनय द्वारा मरीज के युरेटर की स्टेंटिंग करवाई गई ( Cystoscopic DJ stenting) तथा स्त्री रोग विभाग की डा शैली अग्रवाल , डा रेनू गुप्ता , डा दिव्या द्विवेदी, डा नीलू श्रीवास्तव , तथा निश्चेतना विभाग की डा दिव्या तथा उनकी टीम के प्रयास एवम सूझ बूझ से जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया। आपरेशन के बाद से मरीज पूर्णतया स्वस्थ एवम इलाज से पूरी तरह से संतुष्ट है।
Read also: अगर आप वेब पत्रकारिता में बनाना चाहते है अपना पेशा तो इन बातों का जरुर रखें ध्यान…