क्या अरविंद केजरीवाल की पार्टी अपने नए साथी नीतीश कुमार को झटका देगी? दरअसल, आप के महासचिव और बिहार के मूल निवासी संदीप पाठक ने कहा है कि उनकी पार्टी बिहार में विधानसभा का चुनाव लड़ सकती है. उनके इस बयान से नए गठबंधन की चिंता बढ़ गई है ।
News jungal desk: देश की राजनीतिक पार्टियों के नए गठबंधन I.N.D.I.A. की महत्वपूर्ण बैठक 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच मुंबई में होगी । और माना जा रहा है कि इस बैठक में कई मुद्दों पर महत्वपूर्ण फैसला हो सकता है । और यह फैसला लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महत्वपूर्ण माना जा रहा है । और इस बैठक पर बिहार की सियासी निगाहें भी टिकी हुई हैं । और खासकर नीतीश कुमार के संयोजक बनने को लेकर. लेकिन, इस बैठक के पहले ही आम आदमी पार्टी के महासचिव का एक बयान आया है । और उनके बयान से बिहार में महा गठबंधन की चिंता बढ़ सकती है । आम आदमी पार्टी के महासचिव संदीप पाठक ने दिल्ली में बिहार के अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की है । बैठक के बाद उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ सकती है ।
हालांकि, बिहार के मूल निवासी संदीप पाठक ने यह भी कहा कि चुनाव लड़ने के लिए किसी भी पार्टी के लिए एक मजबूत संगठन का होना जरूरी है । और, फिलहाल आप बिहार में मजबूत नहीं है । और इसलिए पहले आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बिहार में गांव -गांव जाएंगे. वे वहां जाकर अपने पार्टी के संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करेंगे । और उसके बाद ही आप फैसला करेगी कि बिहार में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ सकती है । आम आदमी पार्टी के महासचिव के इसी बयान के बाद ये बड़ा सवाल उठने लगा है कि क्या आप का बिहार से चुनाव लड़ना I.N.D.I.A. गठबंधन की सेहत के लिए ठीक है ।
हर राजनीतिक पार्टी को अपने संगठन विस्तार का अधिकार- JDU
इस मामले पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार कहते हैं कि हर राजनीतिक पार्टी को अपने संगठन विस्तार और पार्टी को बढ़ाने का अधिकार है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर I.N.D.I.A. गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है. सभी को मिलकर बीजेपी को शिकस्त देनी है. इसकी पूरी तैयारी हो रही है. दरअसल, आम आदमी पार्टी देश में लगातार अपने संगठन का विस्तार कर रही है. माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव लड़ना उसकी इसी कोशिश का हिस्सा है ।
केजरीवाल-नीतीश कुमार के संबंध मजबूत
हालांकि, राजनीतिक हलकों में इस बात की भी चर्चा है कि आने वाले समय में आम आदमी पार्टी बिहार में चुनाव लड़ने का इरादा बदल भी सकती है. क्योंकि, नीतीश कुमार से अरविंद केजरीवाल के बेहतर संबंध हैं. जब नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बनाने की कवायद में निकले थे तो उनकी मुलाकात अरविंद केजरीवाल से भी हुई थी. यही नहीं, अरविंद केजरीवाल के केंद्र के खिलाफ लड़ाई में सबसे पहले समर्थन देने वालों में नीतीश कुमार ही थे ।
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