युवाओं में बागवानी और खेती का क्रेज बढ़ाने के लिए प्रयागराज की करिश्मा उन्हें मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दे रही हैं. खास बात यह है कि वह इटली से इसी विभाग में एमएससी की पढ़ाई कर रही हैं ।
News Jungal desk : युवाओं में बागवानी और खेती का क्रेज बढ़ाने के लिए प्रयागराज की करिश्मा उन्हें मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दे रही हैं । और खास बात यह है वह इटली से इसी विभाग में एमएससी की पढ़ाई कर रही हैं । और उनका कहना है कि वह आगे चलकर मशरूम कल्टीवेशन में बड़ी इकाई के रूप में काम करना चाहती हैं । और इसलिए वह मशरूम कल्टीवेशन ट्रेंनिंग कार्यक्रम में हिस्सा लेने आई है ।
करिश्मा की तरह तानिया चंद्रा भी बीएससी पास आउट स्टूडेंट है । और जो किसी सरकारी नौकरी के लिए नहीं बल्कि अपना खुद का मशरूम का यूनिट खोलकर स्वरोजगार के रास्ते को अपनाना चाहती हैं । और खुसरो बाग में आयोजित कार्यक्रम में युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है । यहां मशरूम उत्पादन के लिए चलाए जा रहे है । और प्रशिक्षण कार्यक्रम में 30 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित किया गया था । और लेकिन इसमें पंजीकरण के लिए 51 प्रतिभागियों ने आवेदन किया है ।
आयोजक बताते हैं कि आने वाले समय में अपने पोषण के गुण और हर्बल औषधीय विशेषताओं की वजह से मशरूम सुपर फूड का दर्जा हासिल किया जा सकता है । और मशरूम का बाजार में खपत राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है । और सहूलियत के चलते मशरूम उत्पादन युवाओं के करियर का ड्रीम बनता जा रहा है ।
स्वरोजगार की असीम सम्भावना
प्रेषण कार्यक्रम के प्रभारी वीके सिंह के मुताबिक प्रदेश सरकार मशरूम उत्पादन में स्वरोजगार की असीम संभावनाओं को देखते हुए कई तरह से सहयोग कर रही है । और मशरूम की कार्य स्थापना के लिए 20 लाख रुपए की कार्य स्थापना में सरकार 40 फीसद सरकार दे रही है । और इसके अलावा मशरूम के बीज स्पून के उत्पादन मशरूम की कंपोस्ट इकाई लगाने पर भी 40 फीसद की सब्सिडी है ।
Read also : भरतपुर-भिवानी कांड के आरोपी कौन हैं, जली गाड़ी में मरे दो लोगों का बैकग्राउंड क्या है?