नवरात्रि के दौरान ही रमजान का महीना शुरू होने के चलते ऐसी कई कहानियां सामने आ रही हैं, जिनके मुताबिक हिंदू इबादत कर रहे हैं तो मुस्लिम पूजा पाठ. लेकिन अलीगढ़ से आई इस कहानी में मुस्लिम परिवार द्वारा माता को चुनरी चढ़ाने की वजह पर्सनल है.
News jungal desk : शहर के एक प्रसिद्ध मंदिर में मुस्लिम परिवार द्वारा पूजा अर्चना किया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है । और थाना दिल्ली गेट क्षेत्र के सराय मियां स्थित मंदिर में मुस्लिम समुदाय से जुड़े एक शख्स के परिवार ने मंदिर में जाकर पूजा करी और माता को चुनरी चढ़ा कर आशीर्वाद मांगा है । सोमवार रात मंदिर में पूजा करने पहुंचे इस परिवार ने कहा कि वे हर धर्म. हर मजहब को मानते हैं और उन्होंने मन्नत मांगी थी, पूरी होने पर अपना कर्तव्य पूरा करने आए. इस परिवार ने अपने जज्बे से दिखा दिया कि मंदिर मस्जिद के नाम पर आम लोग बंटे हुए नहीं हैं ।
इलाके के ही रहने वाले मंजीत सिंह ने बताया कि नवरात्रि की पूजा एक मुस्लिम परिवार ने करी है । सिंह के मुताबिक एक ही परिवार के 10-15 लोगों ने आकर माता की पूजा की, शृंगार सामग्री चढ़ाई और नारियल भी है । बिल्कुल उसी तरह जैसे नवरात्रि में पूजा होती है. सिंह ने बोला ‘उन्होंने बोला कि उनकी मन्नत पूरी हो गई इसलिए वे माता को अपनी भावनाएं और आभार प्रकट करना चाहते थे ।
मुस्लिम श्रद्धालु ने क्या कहा?
सराय मियां जंगल गड़ी के रहने वाले और माता के मंदिर में चुनरी चढ़ाने वाले कफील कुरैशी ने बोला ‘मैं सभी धर्मों का आदर करता हूं. आज मैंने अपना अपना कर्तव्य पूरा किया. हिंदू-मुस्लिम एकता का पैगाम दे रहा हूं. मैंने माता की आरती और पूजा कर यह भी दर्शाया कि एक मजहब का दूसरे के प्रति क्या फर्ज है । और हमारे लीडर अजमेर शरीफ जाकर चादर चढ़ाते हैं, तो मैंने अपनी खुशी से माता को चुनरी चढ़ाई. सर्व समाज से अपील करता हूं कि हिंदू-मुस्लिम की एकता बनाकर रखें और देश की अखंडता के लिए अपने फर्ज पूरे करें ।
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