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अमरनाथ यात्रा होगी आसान भोलेनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को पैदल नहीं चलना पड़ेगा

सरकार की मंशा अमरनाथ पर रोपवे चलाने की है. सरकार की मंशा के अनुसार वहां पर फिजीबिलिटी रिपोर्ट पर सर्वे का काम शुरू हो चुका है. इस सर्वे को पूरा होने में दो से तीन माह का समय लगने की संभावना है ।

News Jungal desk : अमरनाथ की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्‍छी खबर है । और भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को पैदल नहीं चलना पड़ेगा । और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार यहां पर भी रोपवे चलाने की योजना बना रही है । और रोपवे निर्माण करने वाली नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की कंपनी नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ने इस दिशा में काम करना भी शुरू कर दिया है ।

सरकार की मंशा अमरनाथ पर रोपवे चलाने की है। सरकार की मंशा के अनुसार वहां पर फिजीबिलिटी रिपोर्ट पर सर्वे का काम शुरू हो चुका है । और इस सर्वे को पूरा होने में दो से तीन माह का समय लगने की संभावना है । और सर्वे रिपोर्ट से तय होगा कि वहां पर रोपवे निर्माण की कितनी संभावना है । और किस रूट पर रोपवे बनाया जा सकता है । और उसके बाद भी आगे की प्रक्रिया शुरू होगी ।

पूर्व में केदारनाथ, हेमकुंड साहिब, वाराणसी समेत कई धार्मिक स्‍थालों पर रोपवे निर्माण संबंधी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है । और इस तरह धार्मिक स्‍थलों पर जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी । और संभावना है कि वर्ष 2026 से केदारनाथ और हेमकुंड रोपवे से पहुंचा जा सकता है ।

रोपवे की कुल लंबाई 9.7 किमी. होगी.
गौरीकुंड से शुरू होकर केदारनाथ तक पहुंचेगा.
कुल चार स्‍टेशन बनेंगे.
केदानाथ के अलावा गौरीकुंड, चिरवासा और लिंटोली स्‍टेशन .
पूरे प्रोजेक्‍ट में केवल 15 टॉवर बनेंगे.
1269 करोड़ रुपये अनुमानित लागत है ।

हेमकुंड साहिब रोपवे पर एक नजर

रोपवे की कुल लंबाई 12.4 किमी. होगी.
गोविंदघाट से शुरू होकर हेमकुंड साहिब पहुंचेगा.
कुल सात स्‍टेशन बनेंगे.
1162 करोड़ रुपये अनुमानित लागत है.
गोविंदघाट से भागडि़यां तक मोनो केबल और वहां से हेमकुंड साहिब तक ट्राइ केबल से 10 सीटों वाला डंगोला चलेगा.

काशी रोपवे पर एक नजर

रोपवे की कुल लंबाई 3.75 किमी होगी.
पांच स्‍टेशन बनाए जाएंगे,
चढ़ने उतरने के लिए चार स्‍टेशन ही होंगे.
पांचवां स्‍टेशन तकनीकी कारणों से बनाया जाएगा.
कैंट रेलवे स्‍टेशन, विद्यापीठ, रथयात्रा और चौथा अंतिम स्‍टेशन गोदौलिया

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