अमेठी में स्मृति ईरानी की हार : भाजपा का पूरा फोकस लाभार्थी और दलित वोटर पर था। लेकिन अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित जगदीशपुर व सलोन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। सलोन में भाजपा विधायक अशोक कोरी के परिश्रम के बावजूद स्थिति यह हो गई कि वहां हार का अंतर सबसे बड़ा रहा। सलोन विधानसभा क्षेत्र से स्मृति (cabinet ministers of india) 52318 वोटों से हार गई।
अमेठी (Amethi) के चुनावी रण में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) को पांचों विधानसभा क्षेत्रों में हार का सामना करना पड़ा। अमेठी विधानसभा (Amethi News In Hindi) से शुरू हुई गुटबाजी चुनाव प्रचार के दौरान एक के बाद एक विधान सभा क्षेत्र में फैलती गई। स्मृति की हार के पीछे दलित वोटरों का भाजपा के प्रति रुझान न होना और अगड़ों की नाराजगी भी बड़ी वजह रही। वहीं, पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज करना भी भाजपा को भारी पड़ा।
चुनावी वर्ष में स्मृति (Smriti Irani News) ने अमेठी की जनता में गहरी पैठ बनाने के लिए विकास के मुद्दों के साथ तमाम प्रकार के आयोजन भी किए। दीपावली पर भारी मात्रा में उपहार वितरण के साथ ही साड़ी और कंबल वितरण कराया। इससे पहले अमेठी खेलकूद प्रतियोगिता के माध्यम से युवा खिलाड़ियों को मौका देने का प्रयास और बाद में महिला मैराथन के माध्यम से आधी आबादी को जोड़ने की पुरजोर कोशिश की, बावजूद इसके उनके खिलाफ चुनाव में एक जबरदस्त नकारात्मक माहौल बना।
विपक्ष ने उन्हें आक्रामक नेता के रूप में पेश किया । भाजपा इसका मुकाबला नहीं कर पाई और भारी अंतर से हार गई । 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी सिर्फ एक सीट पर अपनी जमानत बचाने में सफल रही । आम चुनाव में कांग्रेस को सपा का मजबूत समर्थन मिला और वह हर गांव और बूथ पर भाजपा के खिलाफ मजबूती से खड़ी रही । इस बीच भाजपा अंत तक गुटबाजी और अहंकार का शिकार रही । इसका नुकसान स्मृति (Lok Sabha results 2024) को चुनाव में उठाना पड़ा ।
अमेठी राज परिवार से तल्खी से विरोध में बना माहौल (Amethi Election Result) :
2022 के विधानसभा चुनाव में अमेठी विधानसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ . संजय सिंह की हार का श्रेय अप्रत्यक्ष रूप से स्मृति और उनकी टीम को दिया गया। लोकसभा चुनाव (lok sabha election 2024) के दौरान डॉ . संजय सिंह और उनकी पूरी टीम खामोश रही ।
स्मृति (election results 2024) की टीम ने गायत्री प्रजापति के परिवार को एकजुट करने की कोशिश कर इस विरोध को कम करने की कोशिश की , लेकिन बात नहीं बनी ।
भाजपा लाभार्थी व दलित वोटर पर रहा फोकस, वह कर गए किनारा (Amethi lok sabha election results 2024) :
भाजपा (bharatiya janata party) का पूरा फोकस लाभार्थी और दलित वोटर पर था। लेकिन अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित जगदीशपुर व सलोन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। सलोन में भाजपा विधायक अशोक कोरी के परिश्रम के बावजूद स्थिति यह हो गई कि वहां हार का अंतर सबसे बड़ा रहा।
सलोन विधानसभा क्षेत्र से स्मृति 52318 वोटों से हार गई। संविधान खत्म करने वाली बात का भी मतदाताओं पर असर रहा। जगदीशपुर में 18118 और तिलोई में 15519 वोटों से स्मृति की हार (lok sabha election 2024 result) हुई। जबकि तिलोई में स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह व जगदीशपुर में सुरेश पासी भाजपा के विधायक हैं और विधान सभा चुनाव में दोनों ने ही बड़ी जीत दर्ज की थी।
इस बार अगड़े भी भाजपा से खिसके (Amethi Results 2024)
2019 के चुनाव में ब्राह्मण और क्षत्रिय वोटरों ने स्मृति का खुल कर साथ दिया था। 2024 में यह नहीं हो सका और ज्यादातर ब्राह्मण और क्षत्रिय बहुल बूथों पर उन्हें हार (pm election 2024 result) का सामना करना पड़ा।
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