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अमृतपाल सिंह लगातार पुलिस और खुफिया एजेंसी को दे रहा है चकमा,अब भी तलाश जारी

सरकार की ओर से आज भी अदालत में हलफनामा दायर किया है और कहा है कि अमृतपाल पुलिस की कस्टडी में नहीं है और उसे गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं ।

News jungal desk : अमृतपाल पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों के लिए रहस्य बनता जा रहा है । और उधर हाईकोर्ट ने आज बुधवार को भी अमृतपाल के वकील को पूछा कि बताओ अमृ़तमपाल किस थाने में बंद है । चूंकि अमृतपाल के वकीलों ने दावा किया था कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है । और अमृतपाल के वकील इस बात का जवाब नहींं दे पाए है और उन्होंने अदालत से सबूत एकत्रित करने के लिए ओैर समय मांगा है । इसके बाद मामले की अगली सुनवाई 12 अप्रैल को निर्धारित करी गई है ।

होशियारपुर में पुलिस ने किया पीछा
इसके अलावा सरकार की ओर से आज भी अदालत में हलफनामा दायर किया है । और कहा है कि अमृतपाल पुलिस की कस्टडी में नहीं है और उसे गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं । और क्या खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह कथित तौर पर पंजाब फिर से पंजाब में है और वापस आने के बाद वह पुलिस को फिर से चकमा दे गया? इस बात को लेकर अभी भी पुलिस असमंजस में है । और होशियारपुर में मंगलवार देर रात पुलिस द्वारा पीछा किए जाने के बाद कुछ संदिग्धों द्वारा कार छोड़ने के बाद होशियारपुर में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया गया हैं ।

कार में सवार होकर इंटरव्यू देने जा रहा था अमृतपाल
कहा जाता है कि पंजाब पुलिस की एक टीम ने मरनियां गांव में एक इनोवा कार का पीछा किया था । और इस संदेह पर कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसका सहयोगी पपलप्रीत, जो 19 मार्च से फरार हैं । और दो अन्य लोगों के साथ फगवाड़ा के पास होशियारपुर की ओर कार में जा रहे थे । पुलिस ने बोला है कि अमृतपाल कल रात एक चैनल को इंटरव्यू देने के लिए दिल्ली से तीन अन्य लोगों के साथ एक कार में जा रहा था। बताया जा रहा है कि कार नंबर पीबी-10-सीके-0527 गांव के गुरुद्वारा भाई चंचल सिंह के पास रुकी थी । और जिसके बाद इसमें सवार लोग फरार हो गए थे ।

21 मार्च को पपलप्रीत के साथ नजर आया अमृतपाल
21 मार्च के एक वीडियो में दिखाया गया है कि अमृतपाल और पपलप्रीत होशियारपुर के लक्ष्मी नगर गांव से निकले थे । और अमृतपाल अपने बालों को खोलते हुए दिख रहा है । और पापलप्रीत उसके पीछे है । और संदिग्धों को पकड़ने के लिए सड़कों पर चेक पोस्ट और बेरिकेड्स लगाकर गांव और उसके आसपास घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है ।

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