खालिस्तानी सरगनाओं और पाकिस्तानी आतंकी संगठनों का गठजोड़ अब खुलकर सामने आ गया है. खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला का लश्कर-ए-तैयबा के साथ नापाक कनेक्शन सामने आया है. डल्ला पंजाब में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के इशारे पर आरएसएस और हिन्दू नेताओ की हत्या करवाना चाहता था ।
News jungal desk : खालिस्तानी सरगनाओं और पाकिस्तानी आतंकी संगठनों का गठजोड़ अब खुलकर सामने आ गया है. खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला (Arshdeep Dalla) का लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के साथ नापाक कनेक्शन सामने आया है । और बताया जा रहा है कि खालिस्तानी आतंकी (Khalistani Terrorist) अर्शदीप डल्ला पंजाब में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के इशारे पर पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और हिन्दू नेताओ की हत्या करवाना चाहता था । और दिल्ली से पकड़े गए आतंकियों नौशाद और जगजीत सिंह जग्गा ने ये बड़ा खुलासा किया है. दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में साफ लिखा है कि जहांगीरपुरी से पकड़ा गया जगजीत सिंह जग्गा कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला के संपर्क में था ।
सूत्रों के मुताबिक जगजीत सिंह जग्गा अर्शदीप डल्ला के इशारे पर पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में था । और अर्शदीप डल्ला और लश्कर-ए-तैयबा के हैंडलर सुहैल के कहने पर नौशाद और जगजीत ने एक हिन्दू लड़के की शाहबाद डेरी इलाके में किराये के मकान में हत्या कर दी थी । और सुहैल और अर्शदीप डल्ला के कहने पर इन्होंने बाकयदा हत्या करते हुए तालिबानी अंदाज में उसका एक वीडियो बनाया था. वारदात का खुलासा होने के बाद स्पेशल सेल ने नौशाद और जगजीत जग्गा को जहांगीरपुरी से गिरफ्तार किया था ।
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने के कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के निराधार आरोपों के बाद कनाडा में चरमपंथी गतिविधियां एक बार फिर से सुर्खियों में आ गईं हैं. भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए एक डोजियर में अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला को लिस्टेड किया गया है. जो जुलाई 2020 में भारत से भाग गया था. उसे कनाडा में स्थित खालिस्तान समर्थक तत्वों में से एक बड़ा नाम बताया गया है.
मूल रूप से पंजाब के मोगा जिले के डल्ला गांव का रहने वाला अर्श डल्ला विभिन्न संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है. वह खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) सहित चरमपंथी समूहों से जुड़ा हुआ है. वह कुख्यात कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बरार से भी जुड़ा है. डल्ला कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में रहता है. वह 2020 में खालिस्तानी तत्वों के साथ सक्रिय हो गया. वह मुख्य रूप से आतंकी मॉड्यूल को खड़ा करने, सीमा पार से हथियारों की आपूर्ति की व्यवस्था करने, धन मुहैया कराने और पंजाब में सुपारी हत्याओं की योजना बनाने में शामिल था ।
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