22 जनवरी 2024 को राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पहले अयोध्या की सुरक्षा के मद्देनजर इस बार 14 कोसी, पंचकोसी परिक्रमा और कार्तिक पूर्णिमा स्नान एटीएस की निगरानी में होगी. 21 नवंबर से 14 कोसी परिक्रमा की शुरुआत हो रही है. इसके मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं.
News jungal desk :– उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दीपोत्सव को सकुशल संपन्न कराने के बाद अब जिला प्रशासन की निगाहें 14 कोसी पंच कोसी परिक्रमा और कार्तिक पूर्णिमा स्नान मेले पर है. तैयारियों के मद्देनजर गुरुवार को एडीएम सिटी सलिल पटेल, एसपी सिटी मधुबन सिंह और सिटी मैजिस्ट्रेट अरविंद द्विवेदी ने संबंधित विभाग की अधिकारियों के साथ परिक्रमा पथ का निरीक्षण किया. परिक्रमा पथ पर कमियों को दूर करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए है.
22 जनवरी 2024 को भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पहले अयोध्या की सुरक्षा के मद्देनजर इस बार 14 कोसी, पंचकोसी परिक्रमा और कार्तिक पूर्णिमा स्नान एटीएस की निगरानी में होगी. सुरक्षा के लिहाज से मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टर में विभाजित किया गया है. यातायात प्लान पर भी पुलिस की नजर है. जोन में अपर पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी, सेक्टर में पुलिस उपाधीक्षक रैंक के अधिकारी और विभिन्न पॉइंट पर इंस्पेक्टर सब इंस्पेक्टर कांस्टेबल महिला कांस्टेबल और एलआईयू को तैनात किया जाएगा.
आइए जानते है क्या परिक्रमा मुहूर्त
14 कोसी परिक्रमा 21 नवंबर की सुबह 2:09 से 21 नवंबर की रात 11:38 तक और पंचकोसी परिक्रमा 22 नवंबर को रात 9:25 से 23 नवंबर की शाम 7:21 तक होगी. कार्तिक पूर्णिमा स्नान 26 नवंबर को दोपहर 3:11 से शुरू होकर 27 नवंबर की दोपहर 2:36 पर समाप्त होगा.
एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि परिक्रमा के दौरान जुड़वां शहर में यातायात को लेकर रूट डायवर्जन भी किया जाएगा. दरअसल अयोध्या की प्राचीन परिक्रमा में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं, जिनकी सुरक्षा पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती होती है ।
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