Badrinath Highway: एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि जोशीमठ और मारवाड़ी के बीच 10 किमी. के क्षेत्र में दरारें देखी जा रही हैं।
Badrinath Highway: उत्तराखंड (Uttarakhand) में प्रकृति का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जोशीमठ में सैकड़ों मकानों, इमारतों और होटलों में दरारों के बाद कुछ समय तो मामला शांत रहा, लेकिन उत्तराखंड प्रशासन के लिए फिर से मुश्किलों का दौर शुरू हो गया है, क्योंकि अब उत्तराखंड में चार धाम यात्रा भी शुरू होने वाली है। उससे पहले यहां बद्रीनाथ हाईवे (Badrinath Highway) पर ताजा दरारें देखी जा रही हैं।
हाईवे पर 10 किमी के क्षेत्र में दिखी कई दरारें
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू हो गया है। इसी बीच जोशीमठ के पास बद्रीनाथ राजमार्ग पर कथित तौर पर नई दरारें देखी जा रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जोशीमठ और मारवाड़ी के बीच 10 किमी. के क्षेत्र में ये ताजा दरारें देखी गई हैं। इसके अलावा चमोली जिले के डीएम हिमांशु खुराना ने रविवार को कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर, सुभाष नगर और ऊपरी बाजारों में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। साथ ही इलाके के प्रभावित लोगों से बातें भी की।
चमोली जिलाधिकारी द्वारा किया गया मकानों का निरीक्षण
इस दौरान डीएम खुराना ने कहा कि प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि भूस्खलन के कारण जिन भवनों में ज्यादा दरारें आ गई हैं, उन्हें खाली कराकर सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए। डीएम ने कहा कि जो लोग किराए पर जाना चाहते हैं, उन सभी लोगों को भी छह महीने का किराया दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने एसडीएम को प्रभावित परिवारों को तत्काल ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। इमारतों में दरारों की निगरानी के लिए प्रशासन की तरफ से क्रैकोमीटर लगाए जा रहे हैं।
प्रभावितों के लिए तैयार हुए प्रीमेड होम
बता दें कि इससे पहले डीएम खुराना ने 2 फरवरी को भू-धंसाव के कारण पलायन कर रहे प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए बन रहे प्रीमेड होम बनाए जा रहा हैं। इसके बाद जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश भी दिए हैं।
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