Bangladesh Crisis: शेख हसीना पर बांग्लादेश के नए नेता मोहम्मद यूनुस का बड़ा बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने बांग्लादेश की हिंसा के बाद उनके भारत में रुकने के फैसले को गलत बताया है इसके साथ ही शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने उनकी माँ के बाग्लादेश वापस लौटने की बात कही है |
ढाका: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार गठन हो जाने के बाद उसके मुखिया बने डॉ. मोहम्मद यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत में रुकने पर अब बयान दिया है। शपथ लेने के लिए बांग्लादेश पहुंचने से पहले एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि शेख हसीना का भारत में रहना ज्यादा सही नहीं है। आपको बता दें की बांग्लादेश के मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने यूनुस और अंतरिम सरकार के सदस्यों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम कराया और इसके साथ ही सभी को शपथ दिलाई इसके पहले देश में जो बवाल हुआ था उसके बारे में तो शायद आप सब जानते ही होंगे जिसमें छात्रों के विरोध प्रदर्शन ने देश में तबाही मचा दी थी और इसी के चलते देश छोड़कर भाग गई थीं। जिसके बाद बांग्लादेश के हालात बेहद खराब हो गए और हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है, जिसका खामयाजा मुख्य रूप से वहां के हिन्दुओं को बुगातना पड़ा और इन सब के चलते वहां से उग्रवादियों ने वहां के हिन्दुओं के साथ बहुत अत्याचार किया
बताया जा रहा है की बांग्लादेश छोड़ने के बाद बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री 76 वर्षीय शेख हसीना अपनी छोटी बहन शेख रिहाना के साथ भारत में दिल्ली के पास गाजियाबाद में स्थित भारतीय वायु सेना के हिंडन एयरबेस पहुंची थीं। रिपोर्ट के अनुसार, शेख हसीना फिलहाल भारत में सुरक्षित स्थान पर रह रही हैं। इसके साथ ही यह भी जानकारी सामने आ रही है की शेख हसीना भारत में अपना प्रवास बढ़ा सकती हैं, क्योंकि ब्रिटेन में उनके जाने और शरण लेने के रास्ते में बाधा आ गई है। बताया का रहा है की ब्रिटेन ने शेख हसीना को शरण देने से साफ़ इनकार कर दिया है |
क्या वापस बांग्लादेश आयेंगी शेख हसीना
इस बीच वॉशिंगटन में रह रहे शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा है कि बांग्लादेश में लोकतंत्र बहाल होते ही उनकी माँ देश लौटेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में हिंसा फैलाने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। पीटीआई-भाषा के साथ गुरुवार को एक विशेष साक्षात्कार में जॉय ने कहा कि हसीना निश्चित रूप से बांग्लादेश लौटेंगे, हालांकि अभी यह तय नहीं है कि वह रिटायर नेता के रूप में लौटेंगी या सक्रिय नेता के रूप में। उन्होंने यह भी कहा कि शेख मुजीबुर रहमान के परिवार के सदस्य न तो अपने लोगों को छोड़ेंगे और न ही संकटग्रस्त अवामी लीग को बेसहारा छोड़ेंगे।
आपको बता दें की जॉय ने अपनी मां की भारत में इतनी सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार को धन्यवाद भी कहा है तथा भारत से अंतरराष्ट्रीय राय बनाने में मदद करने और बांग्लादेश में लोकतंत्र की बहाली के लिए दबाव बनाने की अपील भी की है । उन्होंने कहा, ‘हां, यह सच है कि मैंने कहा था कि वह बांग्लादेश नहीं लौटेंगी। लेकिन देश भर में हमारे नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं पर लगातार हमलों के बाद पिछले दो दिन में बहुत कुछ बदल चुका है। अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए अब हमें जो भी करना होगा वह करने जा रहे हैं। हम उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे।’
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