Bangladesh: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिया इस्तीफा, जिसके बाद सेना प्रमुख वकार उज जमां कहा कि हम देश में शांति वापस लाएंगे। हम नागरिकों से हिंसा रोकने का लगातार अनुरोध करते हैं। हम पिछले कुछ हफ्तों में हुई सभी हत्याओं की जांच करेंगे। देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं है। आज रात तक संकट का समाधान निकाल लेंगे। छात्रों से अनुरोध है कि वे शांत रहें और घर वापस जाएं।
बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार उज जमां ने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। अब मुल्क में अंतरिम सरकार बनाने का काम किया जाएगा। यही अंतरिम सरकार शासन की बागडोर संभालेगी। सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक दलों के नेताओं से बात की है और उन्हें बताया कि सेना कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी। उन्होंने सेना और पुलिस दोनों को ही गोली नहीं चलाने के लिए कहा है।
हम देश में शांति वापस लाएंगे: सेना प्रमुख
उन्होंने कहा कि हम देश में शांति वापस लाएंगे। हम नागरिकों से हिंसा रोकने का अनुरोध करते हैं। हम पिछले कुछ हफ्तों में हुई सभी हत्याओं की जांच करेंगे। देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं है। आज रात तक संकट का समाधान निकाल लेंगे। छात्रों से अनुरोध है कि वे शांत रहें और घर वापस जाएं।
अब तक 106 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है
इससे पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उनकी सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों के बीच इस्तीफा दे दिया और देश से बाहर चली गई हैं। इस बीच प्रधानमंत्री हसीना के आधिकारिक आवास में प्रदर्शनकारियों के घुसने की खबरें हैं। सरकार विरोधी प्रदर्शनों में रविवार से लेकर अब तक 106 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
इंटरनेट को पूरी तरह बंद करने का आदेश
मीडिया रिपोर्ट के जरिए बताया गया कि हसीना को एक विवादित आरक्षण व्यवस्था को लेकर उनकी सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इस विवादास्पद आरक्षण प्रणाली के तहत 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान है। इससे पहले बांग्लादेश सरकार ने प्रदर्शनकारियों के आम जनता से ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ में भाग लेने का आह्वान करने के बाद इंटरनेट को पूरी तरह बंद करने का आदेश दिया था।