Site icon News Jungal Media

फेफड़ों में हो रही ये 4 दिक्कतें तो हो जाए सचेत ,नही पड़ेगा पछताना

News Jungal Desk : लंग्स हमारे शरीर का मुख्य प्रवेश द्वार है. ऑक्सीजन को खींचने के साथ ही बाहरी आक्रमणकारियों को शरीर में प्रवेश करने से सबसे पहले लंग्स ही रोकते हैं. लंग्स के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते लेकिन जिस तरह का हमारा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है उसमें लंग्स को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है. आमतौर पर हम लंग्स का ख्याल भी नहीं रखते. कई सूक्ष्म जीव फेफड़ों lungs पर लगातार हमला करते रहते हैं. इससे हमें छोटी-मोटी दिक्कतें भी होती रहती है लेकिन अक्सर हम इसे नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन इससे भारी नुकसान हो सकता है. लंग्स में परेशानी का कारण अस्थमा, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, इंफायसेमा, एक्यूट ब्रोंकाइटिस, सिस्टिक फाइब्रोसिस, निमोनिया, टीबी, पल्मोनरी एडेमा, लंग कैंसर, न्योमोकोनिसिस जैसी बीमारियां हो सकती है. हालांकि इन सबके लिए अलग-अलग कारण होते हैं और अलग-अलग लक्षण भी दिखते हैं लेकिन कुछ लक्षण दिखते ही नही हैं।

.क्रोनिक चेस्ट पेन- अमेरिकन लंग्स एसोसिएशन के मुताबिक अगर एक महीने या ज्यादा दिनों से छाती में दर्द हो रहा है, तो इसे साधारण में न लें. यह कई बीमारियों का संकेत हो सकता है. यदि आपको खांसते हुए दर्द हो रहा है सांस लेने में दर्द हो रहा है तो ये फेफड़ों की गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं.

2.क्रोनिक कफ-अगर 8 सप्ताह से ज्यादा दिनों से खांसी हो रही और सर्दी या कफ के कारण सीना भरा हुआ महसूस होता है तो समझना चाहिए कि यह क्रोनिक कफ है। क्रोनिक कफ फेफड़ों के खराब होने का पहला संकेत हो सकता है. इसे नजरअंदाज न करें.

3.सांस लेने में तकलीफ-जब कोई काम करते हुए सांस लेने में तकलीफ हो और यह कई दिनों से हो रहा हो तो यह फेफड़े के खराब होने का संकेत हो सकता है. अगर लगातार सांस लेने में तकलीफ हो तो इसे कभी भी हल्के में न लें. तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

4.क्रोनिक म्यूकस-अगर ज्यादा दिनों तक म्यूकस यानी बलगम का फेफड़े को जकड़े हुए है तो यह किसी फेफडे की बीमारी के संकेत है. म्यूकस का निर्माण फेफड़ों की रक्षा या बाहरी आक्रमण को रोकने के उद्येश्य से होता है लेकिन जब यह बहुत ज्यादा बनने लगे और छाती में एक महीने या उससे ज्यादा दिनों तक परेशान करे तो यह फेफड़ों की बीमारी का संकेत हो सकता है ।

यह भी पढे : आज 14 अप्रैल से खरमास खत्म, मेष में सूर्य का गोचर, जाने शुभ मुहूर्त

Exit mobile version