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Bhupesh Baghel On ED Raid: छापेमारी पर भड़के छत्तीसगढ़ के CM, बोले- भाजपा हताशा में कर रही साजिश 

Bhupesh Baghel On ED Raid: छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

Bhupesh Baghel On ED Raid: छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा के खिलाफ साजिश का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से और अडाणी की सच्चाई खुलने से भाजपा हताश होकर अब उनके खिलाफ साजिश रच रही है। यह छापा अडानी से ध्यान भटकाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि देश सच जानता है, फिर भी हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी।

भूपेश बघेल ने ये भी कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष, पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष और एक विधायक समेत उनके कई साथियों के घरों पर आज ईडी ने छापा मारा। उन्होंने कहा कि चार दिनों बाद रायपुर में कांग्रेस का महाधिवेशन होना है। तैयारियों में लगे साथियों को इस तरह रोककर हमारे हौसले कतई नहीं तोड़े जा सकते।

छत्तीसगढ़ में 14 जगहों पर ईडी ने की छापेमारी

कोयला लेवी घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार सुबह छत्तीसगढ़ में 14 स्थानों पर तलाशी शुरू की। जिन परिसरों पर छापेमारी की जा रही है उनमें से कुछ कांग्रेस विधायकों और पदाधिकारियों से जुड़े हुए लोग हैं।

सूत्रों के मुताबिक सभी छापेमारी स्थल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी विधायकों और पदाधिकारियों के भी हैं। जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुबह 11 बजे अपने आवास पर छात्र प्रेस मीटिंग बुलाई है।

सूत्रों ने कहा कि तलाशी में राम गोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन, आरपी सिंह, विनोद तिवारी विज्ञापन सनी अग्रवाल नाम के विभिन्न कांग्रेस नेताओं के आवासीय और कार्यालय परिसर भी हैं।

क्या है छत्तीसगढ़ कोयला लेवी घोटाला

ईडी के सूत्रों ने कहा, सीनियर ब्यूरोक्रेट्स, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक कार्टेल की ओर से राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये प्रति टन की अवैध वसूली की जा रही थी।  उन्होंने 2021 में औसतन 500 करोड़ रुपये तक एकत्र किए। ईडी ने अक्टूबर 2022 में छत्तीसगढ़ के शीर्ष नौकरशाहों, राजनेताओं और व्यापारियों से जुड़े 40 ठिकानों पर छापेमारी की जिनमें 4 करोड़ रुपये नकद, करोड़ों रुपये का कीमती सामान और महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे।

इस मामले में अब तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया, विश्नोई, कोयला व्यापारी और कथित “घोटाले के मुख्य सरगना” सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और एक अन्य कोयला व्यवसायी सुनील अग्रवाल को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।

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