भाजपा ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के खिलाफ दर्ज कराया मामला, लगाए गए हत्या सहित कई गंभीर आरोप

बीते 13 जुलाई को पटना में भाजपा ने विधान सभा घेराव का प्रदर्शन किया था. गांधी मैदान से विधान सभा की ओर जाती भाजपा की रैली पर पुलिस की ओर से बल प्रयोग किया गया. इसमें भाजपा के कई सांसद, विधायक और नेता लाठीचार्ज में घायल हो गए थे. आरोप है कि इसी क्रम में विजय कुमार सिंह नामक एक बीजेपी नेता की मौत हो गई थी. अब भाजपा के एक नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित 6 लोगों के खिलाफ कंप्लेंट केस दर्ज कराया है.

News jungal desk : विगत 13 जुलाई को भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कंप्लेंट केस दर्ज करने का आवेदन दिया गया है। इसमें हत्या, हत्या के प्रयास और छेड़खानी समेत कई अन्य आरोपों के तहत पटना सिविल कोर्ट में कंप्लेंट केस फाइल की गई है । और भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू की ओर से सीजीएम कोर्ट में कंप्लेंट केस के लिए एप्लीकेशन दिया गया है ।

शिकायतकर्ता की ओर अधिवक्ता सुनील कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि आरोपितों के खिलाफ धारा 302, धारा 307 धारा 341, धारा 323 समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज हुआ है । और इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पटना के डीएम, पटना के एसएसपी समेत 6 लोगों पर कंप्लेंट केस फाइल किया गया है ।

आप को बता दें कि विगत 13 जुलाई को पटना में भाजपा ने विधानसभा घेराव का प्रदर्शन किया था । और गांधी मैदान से विधानसभा की ओर जब भाजपा की रैली कूच कर रही थी तभी पुलिस से भीड़ की झड़प हुई है । इस दौरान पुलिस की ओर से बल प्रयोग किया गया ।भाजपा के कई सांसद, विधायक और नेता लाठीचार्च में घायल हो गये थे । और वहीं, विजय कुमार सिंह नामक एक बीजेपी नेता की मौत हो गई थी. भाजपा ने विजय सिंह की मौत का कारण पुलिस लाठीचार्ज बताया, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है ।

वहीं, भाजपा का आरोप है कि नीतीश सरकर की शाह पर प्रशासन ने जानबूझकर भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज किया है । और लाठीचार्ज के बाद भाजपा के तमाम नेता नीतीश सरकार पर हमलावर हैं । और बीजेपी ने एक जांच समिति भी गठित की है । जिसमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम पटना पहुंच चुकी है । और यह जांच टीम अपने स्तर पर पूरे मामले की जांच कर रही है । और जांच टीम घायलों से भी मिली और उनके बयान दर्ज किए हैं ।

इस पूरे मामले में पटना जिला प्रशासन अपनी तरफ से सफाई दी जा चुकी है. पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्र शेखर सिंह ने कहा है कि प्रशासन ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कोई कार्रवाई नहीं की है. अभी तक के सबूत यही बता रहे हैं विजय सिंह की मौत लाठीचार्ज से नहीं हुई है. पटना जिला प्रशासन की मानें तो डाक बंगला चौराहा पर दोपहर 1:00 लाठीचार्ज हुआ था जबकि विजय सिंह उसके काफी देर बाद छज्जू बाग में से जाते हुए दिखे हैं ।

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