बीजेपी के मैनिफेस्टो में उन योजनाओं के होने की भी उम्मीद है, जो बेरोजगारी के मुद्दे से संबंधित है. इसके अलावा कर्ज माफी, सब्सिडी, स्वयं सहायता समूह के लिए ऋण जैसे मुद्दों को भाजपा अपने घोषणापत्र में शामिल कर सकती है ।
News Jungal Desk: कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दल कड़ी मेहनत कर रहे हैं । और वहीं जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह के वादे भी किये जा रहे हैं । और एक तरफ जहां कांग्रेस सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही है. और वहीं भाजपा एक बार फिर सरकार बनाने के लिए जन प्रचार में जुटी हुई है । चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने पांच बड़े वादों का खुलासा कर दिया है । और वहीं भाजपा ने भी सोमवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है ।
कर्नाटक में इस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन प्रचार के जरिये भाजपा पूरा जोर लगा रही है । और राज्य में अपनी सत्ता को बरकरार रखने के पार्टी अपने घोषणापत्र में कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है । मुस्लिम आरक्षण पर भी भाजपा के घोषणापत्र में बड़ा ऐलान हो सकता है । और वहीं भाजपा से पहले कांग्रेस महिलाओं पर फोकस करते हुए गृह लक्ष्मी और गृह योजना जैसे कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा कर चुकी है ।
वहीं भाजपा से भी अब महिलाओं को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं को शामिल करने की उम्मीद है । इसके अलावा भाजपा अपने घोषणापत्र के जरिये युवाओं के लिए बड़ा ऐलान कर सकती है । और बीजेपी के मैनिफेस्टो में उन योजनाओं के होने की भी उम्मीद है, जो बेरोजगारी के मुद्दे से संबंधित है । और इसके अलावा कर्ज माफी, सब्सिडी, स्वयं सहायता समूह के लिए ऋण जैसे मुद्दों को भाजपा अपने घोषणापत्र में शामिल कर सकती है । और बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणापत्र को प्रजा ध्वनि का नाम दिया है ।
वहीं जनता दल (सेक्यूलर) ने कर्नाटक चुनाव के लिए अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिया है । जिसमें मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण बहाल करने का वादा किया है । और जेडीएस ने अपने घोषणापत्र को ‘जनता प्रणालिका’ का नाम दिया है। और पार्टी ने निजी क्षेत्रों में कन्नाडिगों के लिए नौकरियों को आरक्षित करने वाला कानून लाने का आश्वासन दिया है । और साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए मुफ्त उच्च शिक्षा देने का भी वादा किया है ।
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