आगामी 12 अगस्त को होने वाले भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह की कोई भूमिका नहीं होगी. बृज भूषण शरण सिंह और उनके बेटे अब भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनावों का हिस्सा नहीं बनेंगे. महासंघ चुनावों के लिए अंतिम मतदाता सूची मंगलवार, 25 जुलाई को घोषित हो गई है ।
News Jungal Desk :– बृज भूषण शरण सिंह और उनके बेटे करण आगामी भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) चुनावों के लिए निर्वाचक मंडल का हिस्सा नहीं हैं । और इस लिस्ट में एक ऐसे सदस्य का नाम शामिल है । जो मौजूदा राज्य निकायों से जुड़े नहीं हैं । डब्ल्यूएफआई संविधान के मुताबिक, केवल राज्य कार्यकारिणी के सदस्य ही चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल का हिस्सा हो सकते हैं । अनीता श्योराण (बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में गवाहों में से एक हैं 12 अगस्त के चुनावों के लिए ओडिशा प्रतिनिधि के रूप में सूची में नामित किया गया है ।
38 साल की अनीता ने 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था. अनीता हरियाणआ से आती हैं और राज्य पुलिस में काम करती हैं । इसी तरह प्रेम चंद लोचब का नाम गुजरात के प्रतिनिधि के रूप में सामने आया है जबकि वह वास्तव में रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (RSPB) के सचिव हैं. साथ ही, राज्य को सदस्यता देने के एड हॉक पैनल के आश्चर्यजनक फैसले के बाद असम को मतदान का अधिकार दिया गया है ।
भारतीय कुश्ती महासंघ के सूत्र ने कहा, ”एक एड हॉक पैनल किसी राज्य को सदस्यता कैसे दे सकता है? यह एक निर्णय है, जो सामान्य परिषद द्वारा लिया जाता है । और ये समझना मुश्किल है कि ये फैसला कैसे लिया गया है. यह डब्ल्यूएफआई संविधान का स्पष्ट उल्लंघन है. जो लोग राज्य निकायों का हिस्सा नहीं हैं, उन्हें निर्वाचक मंडल सूची में नामांकित और अनुमोदित किया गया है ।
बृजभूषण सिंह के दामाद हैं बिहार से प्रतिनिधि
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से वादा किया था कि बृजभूषण के परिवार से कोई भी चुनाव नहीं लड़ेगा. बृजभूषण सिंह (यूपी निवर्तमान अध्यक्ष) और उनके बेटे करण (यूपी राज्य निकाय में उपाध्यक्ष) का नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं है. बृजभूषण सिंह के दामाद विशाल सिंह चुनाव में बिहार से प्रतिनिधि होंगे ।
बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के बहुप्रतीक्षित चुनाव 12 अगस्त को होंगे. उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से सांसद बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के कई आरोप लग रहे हैं. बृज भूषण शरण फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. उनका पदाधिकारी के रूप में 12 साल का कार्यकाल पूरा हो गया है और वह चुनाव नहीं लड़ सकते हैं ।
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