दिल्ली से चलकर उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल होते हुए कामाख्या तक जाने वाली नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट एक्स्प्रेस 11 अक्टूबर को भयानक हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंजर बहुत भयानक था. लोग बर्थ से गिरने लगे. कोई टॉयलेट, तो कोई खिड़की के नीचे दब गया.
News jungal desk: बिहार के बक्सर में 11 अक्टूबर की रात भयानक ट्रेन हादसा हो गया है । दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से चलकर उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल होते हुए कामाख्या (असम) की ओर जाने वाली नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट ट्रेन यहां हादसे का शिकार हो गई है । ट्रेन की 21 बोगियां पटरी से उतर गईं थी । इस हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि करीब 80 लोग घायल बताए जा रहे हैं. इनमें से कई की हालत गंभीर है. इस हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने दर्दनाक आपबीती बताई है । और उन्होंने बताया कि जिस वक्त हादसा हुआ, उस वक्त एसी बोगी में करीब-करीब सभी लोग सो चुके थे. इस बीच उन्हें झटके लगने लगे. लोग बर्थ से नीचे की ओर गिरने लगे. लोगों ने करीब 15 मिनट तक इन झटकों को महसूस किया है हादसा इतना भयानक था कि कोई टॉयलेट, तो कोई बर्थ और कोई खिड़की के नीचे फंस गया था । इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है ।
बता दें, इस ट्रेन हादसे की गूंज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. ये भयानक गूंज सुनकर आसपास रहने वाले सैकड़ों ग्रामीण वहां पहुंचे. उन्होंने फटाफट लोगों की मदद करनी शुरू कर दी. ट्रेन में यात्रा कर रही एक महिला ने बताया कि मंजर बहुत खराब था. हम लोग तो अभी सोच भी नहीं पा रहे कुछ. सभी लोग खाना खाकर आराम कर रहे थे. सभी खुश थे. हमारा खाना आने वाला था. इसलिए हम उसके इंतजार में बैठे थे. हम यही बात कर रहे थे कि ट्रेन में आगे के कोच नए और अच्छे लगे हैं. हमारा कोच भी अच्छा होना चाहिए था. इतने में तेज गड़गड़ाहट हुई. हमें लगा कि ट्रेन की स्पीड बढ़ाई गई है. लेकिन, कुछ ही पलों में बोगी पलट गई. इसके बाद कोच में चीख-पुकार मच गई. लोग रो रहे थे. हमें बहुत दुख लग रहा है.
पहले दाएं तरफ, फिर बाईं तरफ जा गिरे- यात्री
एक अन्य पुरुष यात्री ने बताया कि अचानक से झटका महसूस हुआ. हमने पहले सोचा कि इस तरह के झटके ट्रेन में लगते रहते हैं. कुछ देर में बिजली चली हुई. पहले हम दाएं हाथ की तरफ गिर गए, फिर बाईं तरफ जा गिरे. तब पता चला कि कोच पलट गया है. ट्रेन की रफ्तार भी ज्यादा नहीं थी. हादसे के बाद हमें तुरंत फर्स्ट एड दिया गया. इंजेक्शन लगाया गया.
किशनगंज के यात्री की मौत
इस बीच, इस हादसे में किशनगंज जिले के एक व्यक्ति के प्रभावित होने की सूचना मिली है. किशनगंज जिला प्रशासन की टीम डीएम तुषार सिंगला के निर्देश पर मृतक यात्री के परिजन से संपर्क स्थापित करने का प्रयास कर रही है. जिला पंचायत राज पदाधिकारी, सह-प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन मोहम्मद जफर आलम, अनुमंडलाधिकारी लतीफुर रहमान को पीड़ित के परिजन से मिलकर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. मृतक यात्री के निवास स्थल कोचाधामन के लिए टीम रवाना हो रही है.