इस व्रत को करने से नष्ट हो जाते महिलोओं के पाप ,जानें कौन है व्रत ?

हिन्दू धर्म में ऋषि पंचमी का व्रत बहुत ही महत्व रखता है । इस दिन महिलाएं सप्त ऋषियों का विधि विधान से पूजा करके उनसे सुख -शान्ति समृद्धि का आशीर्वाद लेती है ।

News Jungal Desk : हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्र पद की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचंमी का व्रत रखा जाता है । इस बार यह त्योहार 20 सितम्बर के दिन रखा जायेगा । इस महिलायें सप्त ऋषियों की पूजा करके सुख-शांति, समृद्धि का आशीर्वाद लेती है.इसी के साथ मान्यता है कि ऋषि पंचमी के साथ व्रत कथा का पाठ करने या फिर सुनने से सभी प्रकार के दोषों या पापों से मुक्ति मिल जाती है. 

व्रत और पूजा विधि

इल दिन महिलाएं स्नान करने के नये वस्त्र धारण करना चाहिए ।  उसके बाद एक चौकी पर हल्दी, कुमकुम आदि से चौकोर मंडल बनाकर सप्तऋषि की स्थापना करे. स्थापना करने के बाद पंचामृत और जल अर्पित करे . उसके बाद चंदन से तिलक लगाएं.इसके साथ ही फूल, माला चढ़ा दें. इसके बाद वस्त्र के साथ जनेऊ चढ़ा दें. इसके बाद सप्तऋषि को शुद्ध फलों के साथ मिठाई का भोग लगा लें.भोग लगाने के बाद धूप, दीप जलाकर आरती कर लें. इसके साथ ही ऋषि पंचमी की व्रत कथा पढ़ लें. अंत में भूल चूक की माफी मांग कर सभी को प्रसाद वितरण करें ।

पूजा का शुभ मुहूर्त
इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 19 सितंबर 2023 को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और 20 सितंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 16 मिनट पर इसका समापन होगा.सप्त ऋषियों की पूजा का शुभ मुहूर्त 20 सितंबर को सुबह 11.01 से दोपहर 01.28 के बीच रहेगा

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