अस्पताल के मेडिकल ओन्कोलॉजिस्ट डॉ अनूप गुप्ता ने बताया कि अक्सर लोग कैंसर का नाम सुनकर ही डर जाते हैं.लेकिन सही समय पर जांच और कैंसर की पहचान के बाद सही इलाज और दृढ़ इच्छाशक्ति से इस बीमारी को हराया जा सकता है.
News Jungal Desk: कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का नाम सुनते ही हर कोई जीवन की आस छोड़ देता है । और ऐसे लोगों का हौसला बढ़ाने के लिए वाराणसी के होमी भाभा और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान ने अनोखा कदम उठाया है । और कैंसर मरीजों का हौसला बढ़ाने के लिए अब अस्पताल में म्यूजिक और मोटिवेशनल स्टोरी के जरिए उन्हें जादू की झप्पी दी जा रही है । और विश्व कैंसर सर्वाइवर महीने के जागरूकता अभियान के तहत कैंसर संस्थान में ये प्रयास किए जा रहे हैं ।
बताते चलें कि जून का पूरा महीना विश्व कैंसर सर्वाइकल महीने के तौर पर मनाया जाता है । इस खास मौके पर कैंसर के बीमारी से पीड़ित अरविंद पांडेय ने वाइलिन बजाकर ऐसे मश्किल पल में भी दूसरे कैंसर मरीजों का हौसला बढ़ाया है । उनके वाइलिन के धुन पर कैंसर मरीज अपने बीमारी को भूल कुछ समय के लिए झूमते भी नजर आए है । इसके अलावा उन्होंने अपने कैंसर के बीमारी का अनुभव भी लोगों से साझा किया है । आप को बता दें कि अरविंद पांडेय एक म्यूजिक टीचर है । लेकिन इन दिनों वो अस्पताल में कैंसर से जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं ।
सही समय पर पहचान से इलाज संभव
अस्पताल के मेडिकल ओन्कोलॉजिस्ट डॉ अनूप गुप्ता ने बताया कि अक्सर लोग कैंसर का नाम सुनकर ही डर जाते हैं.लेकिन सही समय पर जांच और कैंसर की पहचान के बाद सही इलाज और दृढ़ इच्छाशक्ति से इस बीमारी को हराया जा सकता है । कई लोग इस बीमारी से लड़ाई लड़कर जीत भी चुके हैं.ऐसे ही मरीजों का हौसला बढ़ाने के लिए ऐसे प्रयास संस्थान में किए जाते हैं जिससे वो बीमारी को मात दें सके।
इलाज के साथ दृढ़ इच्छाशक्ति जरूरी
कई ऐसे लोग हैं जो ऐसी कठिन परिस्थितियों का सामना अपने दृढ़ इच्छाशक्ति से करने के बाद उससे जीत जाते है.उन्ही लोगों को हम प्रेणना श्रोत बनाकर दूसरे कैंसर मरीजों में भी इस बीमारी से लड़ने की ताकत पैदा करते हैं और फिर उनका इलाज करते हैं.
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