डॉक्टरों ने एलियन बच्चे के परिजनों को बताया कि इस संबंध में कोई पहचान या बयान देना अभी मुनासिब नहीं होगा. फिलहाल बच्चे के सैंपल ले लिए गए हैं. उसको जांच के लिए भेजा जा रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक, यह बच्चा प्रथम दृष्टया हार्लेकि्वन इथियोसिस से ग्रस्त माना जा रहा है. यह बहुत दुलर्भ तरह की बीमारी है
News jungal desk : बरेली के बहेड़ी तहसील क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने 31 अगस्त की रात को सीएचसी बहेड़ी में एक बच्चे को जन्म दिया है । और इस बच्चे की सूरत सामान्य बच्चों से अलग दिख रही है । और शरीर पर सफेदी का असर है । आंख, मुंह भी अलग तरह के हैं. इस नवजात को देखकर परिजन भी डर रहे हैं । क्योंकि यह जन्म के बाद से ही अजीब सी आवाज निकाल रहा है और यह रोने पर सामान्य नवजात से भी तेज आवाज निकालता है । और आपको बता दें यह दुर्लभ बच्चा तीन दिन तक सीएचसी में रहा था । जिसके बाद आज परिजन इसकी छुट्टी कराकर घर ले गये है ।
जांच के लिए भेजा गया सैंपल
डॉक्टरों ने एलियन बच्चे के परिजनों को बताया कि इस संबंध में कोई पहचान या बयान देना अभी मुनासिब नहीं होगा । और फिलहाल बच्चे के सैंपल ले लिए गए हैं. उसको जांच के लिए भेजा जा रहा है . और डॉक्टरों के मुताबिक, यह बच्चा प्रथम दृष्टया हार्लेकि्वन इथियोसिस से ग्रस्त माना जा रहा है . यह बहुत दुलर्भ तरह की बीमारी है ।
बरेली के डॉक्टर रवि खन्ना बाल रोग विशेषज्ञ का कहना है, हमारे देश में इस तरह के केस बहुत कम सामने आते हैं. बरेली में दुसरी बार इस तरह का केस सामने आया है. बहेड़ी की महिला को 31 अगस्त को नार्मल डिलीवरी हुई. जिसके बाद इस अलग तरह के बच्चे की बीमारी और अन्य कई कारणों को जानने के लिए डॉक्टरों ने स्किन के सैम्पल जांच के लिए भेजे है.
इस तरह के दुर्लभ बच्चे को हार्लेकिवन बेबी कहा जाता है
बहेड़ी के इस बच्चे की जन्म के समय त्वचा फटी हुई थी. रंग पूरी तरह से सफेद था यानी यह रंग आम बच्चों से कहीं भी मेल नहीं खाता है और यह आवाज भी अजीब निकालता है. इसके आंख और मुंह भी अलग प्रकार के हैं. डॉक्टरी भाषा में इस तरह के बच्चे को हार्लेकिवन बेबी कहा जाता है.
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