Reliance पर निकाली गई Sanford C Bernstein की रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2024-25 तक कंपनी की आय ग्रीन एनर्जी की हिस्सेदारी में दिखने लगेगी। ये आय 2030 तक बढ़कर 10 से 15 अरब डॉलर तक के स्तरों तक पहुंच सकती है।
News Jungal Desk: एशिया और भारत के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस के लिए क्लीन एनर्जी कारोबार काफी मुनाफे वाला रहने वाला है। कंपनी अपने ग्रीन एनर्जी कारोबार से 2030 तक 10 से 15 अरब डॉलर की आय को हासिल कर सकती है। हालांकि, इसके लिए कंपनी को समय-समय पर अधिग्रहण और पार्टनरशिप भी करनी होगी। सैनफोर्ड सी बर्नस्टीन (Sanford C Bernstein) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में ये बात कही गई।
2050 तक भारत करेगा 2 ट्रिलियन डॉलर का निवेश
क्लीन एनर्जी में भारत बड़े स्तर पर निवेश कर रहा है और 2050 तक भारत ने 2 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा है। वहीं, 2030 तक भारत में 280 गीगवॉट सोलर कैपेसिटी और 5 मिलियन टन में ग्रीन एच2 प्रोडक्शन का लक्ष्य भी रखा गया है।
क्लीन एनर्जी सेक्टर को लेकर रिलायंस के बड़े प्लान
ऑयल से लेकर टेलीकॉम कारोबार में अपने पैर मजबूती से जमा चुकी रिलायंस सोलर और हाइड्रोजन कारोबार में उतर चुकी है। कंपनी ने 2030 तक 100 गीगावॉट की सोलर क्षमता लगाने का लक्ष्य रखा है, जो कि भारत के 280 गीगावॉट के लक्ष्य का करीब 35 प्रतिशत होगा। 2024 तक कंपनी सोलर और बैटरी प्लांट शुरू हो सकता है।
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