लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ध्यान जरूरी…
News jungal desk: कानपुर. बीएनएसडी शिक्षा निकेतन के साधना कक्ष में योग और ध्यान पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन हो गया. यह कार्यशाला छात्रावास में रह रहे 200 बच्चों के लिए आयोजित की गई. हार्टफुलनेस संस्थान से आए प्रशिक्षकों ने मन और शरीर को आराम की अवस्था में लाने का अभ्यास कराया. छात्रों को बताया गया कि शिथिलीकरण तकनीक पढ़ाई या कोई अन्य कार्य को बेहतर तरीके से करने के लिए हमें तैयार करता है.
ध्यान हमें लक्ष्य के प्रति केंद्रित करने में मदद करता है. हमारी याददाश्त अच्छी हो जाती. समस्याओं और चिंताओं में उलझने के बजाय हम समाधान की ओर बढ़ते हैं. मन का भटकना बंद हो जाता है. जटिलताओं के हट जाने से व्यवहार में मधुरता आती है. स्वीकार्यता विकसित होती है. सुबह के वक्त नियमित 20 मिनट ध्यान के अभ्यास से शुरुआत कर सकते हैं.
क्लीनिंग एवं निर्मलीकरण की तकनीक से हम परेशान या उत्तेजित करने वाले विचारों से मुक्त होना सीखते हैं। यह हमारे निद्रा चक्र को सुधारता है। प्रार्थना हमें अपने ध्येय की याद में रखता है. प्रार्थना सुबह ध्यान और रात सोने से पहले करना है.
प्रधानाचार्य बृजभूषण सिंह ने बताया कि छात्रों के सर्वाँगीण विकास के लिए शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक अवस्था की अहम भूमिका होती है. प्रशिक्षण से छात्रों को जरूर लाभ मिलेगा. हर्टफुलनेस संस्थान की ओर से प्रदीप श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, रेखा सचान, mअमरीश श्रीवास्तव, अंजू श्रीवास्तव शालिनी श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, सुबोध मिश्रा, ब्रह्मप्रकाश, विपिन पुंडीर, ऋषि प्रकाश और डॉ. शाह जी अरोड़ा उपस्थित रहे.