अमेठी के कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी द्वारा एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित की गई, जिसमें कांग्रेस के बड़े नेता राजेश तिवारी ने राहुल गांधी के समर्थन में भाजपा पार्टी को जमकर कोसा। इसी बीच उन्होंने अमेठी के लोगों को कम साक्षर बताकर एक विवादित बयान भी दे डाला।
News Jungal Media: अमेठी में कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित की गई, जिसमें कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हुए। प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस नेता राजेश तिवारी ने 2009-2019 तक जिले में कांग्रेस द्वारा किए गए कार्यों को सामने रखा और उनकी सराहना की। बता दें, 2009 एवं 2014 लोकसभा सीट को राहुल गांधी जीतने में सफल रहे थे। इसके बाद 2019 चुनावों में उन्हें वर्तमान में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ा था।
राहुल गांधी पर है अमेठी को अनदेखा करने का आरोप
अमेठी सीट को हमेशा से कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। इसी सीट पर गांधी परिवार के कई सदस्यों ने राज किया। संजय गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के बाद जब राहुल गांधी ने भी इस सीट पर 2 बार जीत हासिल की तो लगा कि कांग्रेस को यहां से हराना असंभव ही होगा। लेकिन 2019 चुनावों में जनता ने भाजपा पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रहीं स्मृति ईरानी को जीत दिलाकर कांग्रेस पार्टी का अहम चूर-चूर कर डाला। इसके बाद से ही राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा अमेठी की अनदेखी शुरू हो गई।
राहुल गांधी अब नहीं करते अमेठी का दौरा
राहुल गांधी ने 2019 में लोकसभा चुनावों में हारने के बाद से ही अमेठी की जनता से किनारा कर लिया है। बीते 5 सालों में उन्होंने मात्र एक बार ही अमेठी का दौरा किया है। पत्रकारों द्वारा राहुल गांधी की अमेठी से नाराजगी पर सवाल पूछे जाने पर कांग्रेस नेता राजेश तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी इकलौते नेता हैं जो मोदी सरकार के विरोध में खड़े हैं और उनके विरोध में सड़कों पर उतर रहे हैं और 4000 किलोमीटर की पदयात्रा भी कर रहे हैं। पूरे गांधी परिवार को उनपर भरोसा है।
वयनाड में दिया था विवादित बयान
राहुल गांधी ने वयनाड में एक विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने वयनाड के लोगों को अमेठी के लोगों से ज्यादा बुद्धिमान बताया था। तभी से उनकी काफी आलोचना हो रही थी। पत्रकारों ने इस बारे में राजेश तिवारी से पूछा तो उन्होंने कहा कि तथ्यों और बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया था। राहुल गांधी का वयनाड के लोगों को बुद्धिमान बताने से आशय सिर्फ साक्षरता दर से था। उन्होंने कहा कि अमेठी की अपेक्षा वयनाड में साक्षरता दर अधिक है।
अमेठी में कम साक्षरता का कारण यूपी में विपक्षी सरकारें- राजेश तिवारी
राजेश तिवारी ने कहा कि यद्यपि 1989 के बाद से ही देश में कांग्रेस पार्टी ज्यादातर समय केन्द्र में चुनी गई है, फिर भी अमेठी में साक्षरता दर कम होने का कारण राज्य में विपक्षी सरकारें रही हैं। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, साक्षरता अभियान, सर्व शिक्षा अभियान कांग्रेस ने चलाए लेकिन जब तक केन्द्र और राज्य में सम्मिलित रूप से कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी तब तक कांग्रेस पार्टी राज्य में शिक्षा के लिए कुछ नहीं कर पाएगी।
कभी अमेठी को परिवार बताया, आज उसी अमेठी में आना पसंद नहीं
बीते दिनों राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार के विरोध में लोगों को एकजुट करने के लिए पूरे भारत में एक पदयात्रा करने का ऐलान किया, जिसे भारत जोड़ो पदयात्रा का नाम दिया गया। लगभग 4000 किमी. लंबी इस पदयात्रा में भारत के कई जिले शामिल किए गए, लेकिन अमेठी जिले को इसमें शामिल नहीं किया गया। एक समय वह भी था जब अमेठी को कांग्रेस का अभेद्य किला बताया जाता था और राहुल गांधी अमेठी के लोगों को अपना परिवार बताते थे। लेकिन अब वह पूरे भारत में भ्रमण करते हैं लेकिन अमेठी में आना भी पसंद नहीं करते। यही सवाल जब कांग्रेस नेता राजेश तिवारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पद यात्रा के नक्शे में अमेठी जिले को नहीं रखा गया था, इसी कारण वे अमेठी नहीं आए।
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