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रोज करें कपालभाति और अनुलोम-विलोम, सेहतमंद जिंदगी, रोज करें अभ्यास

सेहत के लिए योग और आसनों का अभ्‍यास काफी फायदेमंद होता है. योग की मदद से आप अपने बाहरी और अंदरूनी अंगों को मजबूत बना सकते हैं और लंबी उम्र तक बीमारियों से बच सकते हैं.

News Jungal Desk : आज कल तनाव भरी जिंदगी में खुद की सेहत का ख्‍याल रखना लोगों के लिए आसान काम नहीं है. लोग दिनभर अपने कामों में व्‍यस्‍त रहते हैं और इस वजह से अपने  शरीर की देखभाल भी नहीं कर पाते. लेकिन अगर आपको लंबी उम्र तक सेहतमंद रहना है तो अपने जीवन में योग प्राणायाम yoga pranayama को जरूर शामिल करें. ऐसा करने से आप बेहतर जिंदगी जी सकते हैं और जीवनभर सेहतमंद रह सकते हैं.

ध्‍यान करें- मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठकर आंखों को बंद करें और आती जाती सांसों पर ध्‍यान केंद्रित करें. इस दौरान आप गहरी सांस लें और ओम शब्‍द का उच्‍चारण करें. दोनों हाथों को आपस में मिलाकर प्रार्थना करें.अब कुछ सूक्ष्‍मयाम का अभ्‍यास करें.

कपालभाति का अभ्‍यास- अपने अपने मैट पर पद्मासन, अर्धपद्मासन या किसी भी आसन में कमर गर्दन सीधी कर बैठें. यह एक फोर्स फुली एक्‍सेलेशन का अभ्‍यास है. अब आप ध्‍यान की मुद्रा बनाएं, सांस भरे और  सांस छोड़ें. फिर सांस भरें और फिर सांस को बाहर की तरफ फेंकते हुए इसका अभ्‍यास शुरू करें. शुरू में आप 1 मिनट तक इसका अभ्‍यास करें. फिर रिलैक्‍स महसूस करेंगे ।

सावधानी-

अगर आपके लंग्‍स कमजोर हैं, हाइपरटेंशन, हाइपरएसिडिटी की समस्‍या है तो इसका अभ्‍यास ना करें. अगर आपकी पेट में किसी तरह की सर्जरी हुई है तो भी इसका अभ्‍यास ना करें. इसके अभ्‍यास से शरीर में अग्नितत्‍व बढ़ता है, इसलिए इसके अभ्‍यास के बाद अनुलोम विलोम का अभ्‍यास जरूर करें.

अनुलोम विलोम प्राणायाम- 

सबसे पहले आप पद्मासन या सुखासन में बैठें और प्राणायाम मुद्रा बनाएं.इसके बाद हाथों से प्राणायाम मुद्रा बनाएं और दाहिने अंगूठे से अपनी दाहिनी नासिका को दबाएं और बाई नासिका से सांस अंदर लें. अब अनामिका उंगली से बाई नासिका को बंद कर दें. इसके बाद दाहिनी नासिका खोलें और सांस बाहर छोड़ दें. अब दाहिने नासिका से ही सांस अंदर लें और उसी प्रक्रिया को दोहराते हुए बाई नासिका से सांस बाहर छोड़ दें.

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