महिला सिपाही ने एलआईयू के एसीपी और इंस्पेक्टर पर उसे प्रताडित करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि एलआईयू में तैनात महिला आरक्षी ने वीडियो बनाया था। महिला सिपाही ने कमिश्नर को पत्र भेजा है। पुलिस कमिश्नर ने एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह को मामले की जांच सौंपी है।
News jungal desk: कमिश्नरेट के लोकल इंटेलीजेंस यूनिट (एलआईयू) में तैनात मुख्य आरक्षी अभिलाषा सिंह ने एसीपी एलआईयू अवधेश चौधरी व इंस्पेक्टर जावेद अख्तर पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उन्होंने मंगलवार देर शाम को एक वीडियो भी बनाया था। इसमें उन्होने आत्महत्या करने की बात कही।
पुलिस कमिश्नर ने एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं, एसीपी ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। तालकटोरा निवासी अभिलाषा सिंह ने पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर को पत्र लिखा है। इसमें आरोप लगाया कि एलआईयू के अधिकारी उसे परेशान कर रहे हैं। इसकी शिकायत लेकर दो बार कमिश्नर कार्यालय में भी गई, पर उसे पेश नहीं किया गया और दरवाजे से ही उनको वापस भेज दिया गया ।
आरोप लगाया गया है कि एलआईयू के एसीपी और कुछ कर्मचारी उसे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडित कर रहे हैं। विंग में तैनात निरीक्षक जावेद अख्तर अक्सर उस पर गलत टिप्पणी किया करते हैं। इसकी शिकायत उसने एसीपी से की तो उन्होंने उसको दरवाजे से ही भगा दिया।
अभिलाषा का आरोप है कि वह फील्ड में तैनात थी, लेकिन एसीपी व निरीक्षक ने साजिश रचकर उसे कार्यालय में अटैच कर दिया। सुबह दस से शाम पांच बजे तक बिना किसी काम के वह उसको वहाँ बैठाए रखते हैं। वह अपने बच्चे की तीमारदारी के लिए एसीपी के पास तीन दिन के अवकाश का आवेदन पत्र लेकर गई। आरोप है कि आवेदन पत्र को एसीपी ने बिना देखे फेंक दिया और उसको वहाँ से भगा दिया।
प्रताड़ना से तंग आकर खुद्खुशी करने की धमकी
अभिलाषा ने मंगलवार शाम को एक वीडियो बनाया, जिसे उसने अपने परिजनों व कुछ परिचितों को भेजा। वीडियो में रोते हुए उसने एलआईयू के अधिकारियों की प्रताड़ना की कहानी बयां की। कहा कि तंग आकर खुदकुशी कर लूंगी। मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर को बुधवार को हुई। एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।
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