News jungal desk:— आज़ादी की लड़ाई का गढ़ रहा औद्योगिक शहर कानपुर में पहली बार एलजीबीटीक्यू(लेस्बियन,गे,बाइसेक्सुअल,ट्रांसजेंडर,क्वीर) अपने अधिकार और समाज से स्नेह की मांग करते हुए मार्च निकालेंगे। इस समुदाय को सरकार और समाज से उम्मीद है कि उन्हें गम्भीरता से लिया जायेगा। सामाजिक मान्यता एवं जागरूकता इसका उद्देश्य है। रविवार को 2 बजे ‘क्वीर प्राइड परेड’ निकाली जाएगी। आयोजन कानपुर क्वीर वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वावधान में है। फाउंडेशन संस्थापक अनुज पांडे का कहना है कि इस परेड में एलजीबीटीक्यू समुदाय की भागीदारी होगी। मकसद अधिकारों के प्रति जानकारी देना। क्वीर प्राइड परेड का प्रचार सोशल मीडिया में किया जा रहा है।
कानपुर क्वीर से खोलेंगे तो सामग्री मिल जाएगी। परेड की सफलता के लिए अपीलें जारी की जा रही हैं। लोगो भी जारी किया गया है। इंस्टाग्राम पर प्रेस के लिए गाइड लाइंस भी जारी की है। अनुज पांडे का कहना है कि इनके खिलाफ उत्पीड़न की गाथा बहुत लंबी पुरानी है। लेकिन दुख की बात है कि यह भारत और अन्य जगहों पर सबसे अधिक अनदेखा, उपेक्षित और तुच्छ मुद्दा है। लोग समझने का प्रयास क्यों नहीं करते हैं कि यह वर्ग भी समाज का हिस्सा है। एलजीबीटीक्बू को समाज की मुख्य धा्रा से जोड़ने की यह पहल यूपी में कानपुर से की जा रही है।
कानपुर क्वीर वेलफेयर फाउंडेशन के अनुसार इस शहर से अब तक पांच हजार लोग जुड़ चुके हैं। आसपास के जिलों में सदस्य बन रहे हैं। फाउंडेशन का विश्वास है कि ‘क्वीर प्राइड परेड’ में भारी संख्या में लोग आएंगे।गौरव यात्रा बड़ा चौराहा से शुरू होगी और वीआईपी रोड होते हुए नानाराव पार्क में समाप्त होगी। समापन स्थल पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
यह भी बताया गया है कि सुप्रीमकोर्ट ने 2018 में नवतेज सिंह जौहर बनाम भारतीय संघ के मामले में इनके अस्तित्व को प्राकृतिक और वैधानिक घोषित कर मौलिक अधिकारों की भी घोषणा की थी। कोर्ट और सरकार की सतत कोशिशों के बाद भी समाज में इन्हें विषमताओं और भेदभाव का सामना करना पड़ता है। यह यात्रा जनसंवेदनशीलता और जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से निकाली जा रही है। सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्देश्य समरसता और सहिष्णुता का संदेश देना है।