एमपी के पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन का बालाघाट में बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा में विवाद हो गया. जब वे पंडित धीरेंद्र से मिलने जा रहे थे तो उनके सुरक्षाकर्मियों ने बिसेन को नीचे उतार दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है ।
News Jungal Desk : मध्य प्रदेश में यह साल चुनावी साल है। और इस चुनावी साल में नेताओं के कई बयान और वीडियो इन दिनों अच्छी खासी सुर्खियां बने हुए हैं. इसी कड़ी में बालाघाट से विधायक और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन का भी वीडियो सामने आया है । और यह वीडियो बालाघाट में आयोजित बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा का है । और इस वीडियो को लेकर सत्ता के गलियारे में अब तमाम तरह की बयानबाजी हो रही है। हालांकि वीडियो पर पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने सफाई दे दी है ।
दरअसल, सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की बालाघाट में आयोजित हुई सभा का बताया जा रहा है. । और इस वीडियो में देखा जा रहा है कि जब पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन अपनी बेटी के साथ पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिलने मंच पर जाने की कोशिश करते हैं और पंडित धीरेंद्र के सुरक्षाकर्मी उन्हें धकियाते हुए नीचे उतार देते हैं । वीडियो में उनकी बेटी प्रबंधन के खिलाफ बोलती भी नजर आ रहीं हैं।
पूर्व मंत्री ने दी सफाई
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सफाई देने खुद पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन सामने आ गए । और उन्होंने बोला कि जैसा मीडिया में प्रचारित किया जा रहा है ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था । हकीकत तो यह है कि इस कथा के आयोजक के तौर पर वह और रामकिशोर कावरे खुद थे । और जिस वक्त वह मंच पर जा रहे थे उस वक्त महाराज जी का दिव्य दरबार चल रहा था । कुछ प्रेत बाधा से पीड़ित लोग वहां मौजूद थे। दिव्य दरबार में महाराज जी को एकाग्रचित्त की जरूरत होती है । यही कारण है कि उनके सुरक्षाकर्मी ने मेरे सुरक्षाकर्मी से बाद में आकर मिलने को कहा था । और इससे अधिक इसमें कुछ भी नहीं है ।
कांग्रेस ने इसे ओबीसी अस्मिता से जोड़ा
एमपी कांग्रेस मीडिया सेल के उपाध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि बीजेपी में पिछड़े वर्ग के नेताओं को अपमानित करने का सिलसिला चल पड़ा है. जिस तरह से गुना-शिवपुरी के सांसद केपी यादव के सामने मंच पर बीजेपी के नेता उनकी जीत को गलती बताते हैं और उस गलती के लिए पछतावा दिखाते हैं. उससे यह स्पष्ट तौर पर दिखाई देता है कि पिछड़े वर्ग के नेता की जीत बीजेपी के नेताओं को बर्दाश्त नहीं है. साथ ही, बालाघाट में मंत्री द्वारा आयोजित धार्मिक आयोजन में पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन को धक्का देकर भगाया गया, अपमानित किया गया. यह अपमानजनक है. बीजेपी सरकार में लगातार पिछड़े वर्गों पर अत्याचार हो रहे हैं ।
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