जुलाई में देश के अधिकांश हिस्सों में बंपर बारिश हुई है । और मौसम विभाग का कहना है कि मानसून अब कमजोर पड़ रहा है, जिसका असर अगस्त के महीने में देखने को मिलेगा। हालांकि बिहार-झारखंड व आसपास के इलाकों में बारिश में इजाफा होने की संभावना जताई गई है ।
News jungal desk: जुलाई के महीने में सामान्य से अधिक बारिश होने के बाद मानसून अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहा है । और मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से रविवार को यह जानकारी दी गई कि जुलाई में पांच प्रतिशत अधिक बारिश हुई थी लेकिन हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सौराष्ट्र सहित देश के उत्तरी मैदानी इलाकों में मानसून अब कमजोर चरण में प्रवेश कर चुका है । और ऐसे में आने वाले दिनों में उत्तरी क्षेत्रों में कम बारिश की संभावना है। साथ ही यह भी बताया गया कि मध्य और प्रायद्वीपीय भारत में भी बारिश में अब कमी देखने का मिलेगी ।
मौसम विभाग के महानिदेशक एम महापात्रा ने बोला है कि ‘मानसून अब कमजोर चरण में प्रवेश कर गया है. हमने पूरे जुलाई में मानसून का एक जोरदार और सक्रिय चरण देखा है. अंतर-मौसमी बदलाव के साथ सक्रिय चरण के बाद मानसून में अब एक कमजोर चरण की उम्मीद है.’ बताया गया कि पृष्ठभूमि में अल नीनो की स्थिति स्थापित हो गई है, और जिसके चलते कम से कम अगले एक सप्ताह तक प्रायद्वीपीय और मध्य भारत में कम बारिश होगी. हालांकि हिमालय की तलहटी और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश होगी ।
बिहार-झारखंड में होगी बारिश
एम महापात्रा ने बोला , ‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि बारिश की कमी का सामना कर रहे पूर्वी राज्यों जैसे बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश होगी.’ मौसम विभाग बीते महीने ही यह भविष्यवाणी कर चुका है कि अगस्त के महीने में देश में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है ।