Gautam Adani: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण अडानी समूह को अब तक 100 अरब डॉलर के अधिक का नुकसान हो चुका है। सड़क से लेकर संसद तक अडानी को लेकर विवाद पर चर्चा हो रही है। अडानी के शेयरों में गिरावट के बीच पतंजलि के शेयरों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले सात दिनों में निवेशकों के 7000 करोड़ रूपये डूब चुके हैं।
News Jungal buisness desk: हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के कारण अडानी समूह (Adani Group) को सौ करोड़ से अधिक का झटका लग चुका है। इस रिपोर्ट ने अडानी के साम्राज्य को पूरी तरह हिलाकर कर रख दिया है। अडानी समूह के सभी शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। खुद गौतम अडानी (Gautam Adani) की निजी संपत्ति 127 अरब डॉलर से गिरकर 61.8 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। शेयर बाजार से लेकर संसद तक अडानी मामले को लेकर हल्ला मचा हुआ है। इस हल्ले के बीच एक शेयर जो लगातार गिर रहा है और अब तक निवेशकों के 7000 करोड़ डूब गए है, उस पर किसी की भी अब तक नजर नहीं गई। अडानी ग्रुप और हिंडनबर्ग के इस हल्ले के बीच इस कंपनी के शेयर्स लगातार गिर रहे हैं। ये कंपनी है योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि फूड्स, जो पहले रूचि सोया के नाम से जानी जाती थी फिर इसे बाबा रामदेव ने खरीद लिया था।
7000 करोड़ रूपये का झटका
24 जनवरी से ही पतंजलि फूड्स (Patanjali Foods Ltd) के शेयरों में लगातार गिरावट जारी है। 24 फरवरी को पतंजलि फूड्स के शेयरों के दाम 1208 रुपये पर था, जो 3 फरवरी को गिरकर 907 रुपये पर पहुंच गया। इस शेयर में 25 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। 3 फरवरी को पतंजलि फूड्स के शेयर लोअर सर्किट पर पहुंच गए थे। हालांकि सोमवार को कारोबारी हफ्ते के पहले दिन बाजार खुलने के साथ ही शेयरों में तेजी देखने को मिली है। आज पतंजलि के शेयर 940 रूपये पर पहुंच गए हैं। 3 फरवरी को कंपनी का मार्केट कैपिटल 32825.69 करोड़ रुपये था, जबकि 27 जनवरी को पतंजलि का मार्केट कैप करीब 40,000 करोड़ रुपये के स्तरों पर था।
एक हफ्ते में पतंजलि के मार्केट कैपिटल में 7000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। पतंजलि का शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में 15 फीसदी बढ़ा है। इसका शुद्ध लाभ 269.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। शुद्ध लाभ में बढ़ोतरी के बाद भी कंपनी के शेयर में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। 1208 रुपये वाला शेयर एक हफ्ते में गिरकर 904 रुपये पर पहुंच गया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि सितंबर 2022 में पतंजलि फूड्स का मार्केट कैप 51 हजार करोड़ रुपये पर थी, जो जनवरी 2023 में गिरकर 33 हजार करोड़ के करीब पहुंच गई। अगर इस नंबर से कैलकुलेशन करें तो 5 महीने में निवेशकों को 18000 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है।
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