जर्मनी की गृह मंत्री नैंसी फेजर ने कहा कि हमास के समर्थन में निकाली जाने वाली रैलियों और किसी भी तरह के हमास समर्थन गतिविधियों पर औपचारिक प्रतिबंध लागू कर दिया है। हमास के एक अधिकारी ने कहा कि इससे पता चलता है कि जर्मनी फलस्तीनी लोगों के खिलाफ है।
News jungal desk: इस्राइल और हमास के बीच जारी भयानक युद्ध को करीब एक महीने से उपर होने जा रहा है और अभी तक इस जंग के थमने के आसार दूर दूर तक नहीं दिखाई दे रहे हैं। आपको बता दे कि इस जंग में अभी तक 10 हजार से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, जर्मनी ने हमास की गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है और यहूदी विरोधी विचारों को फैलाने के लिए फलस्तीन समर्थक समूह को भंग करने का आदेश दिया है।
हमास समर्थन गतिविधियों पर प्रतिबंध
जर्मनी की गृह मंत्री नैंसी फेजर ने गुरुवार को कहा कि हमास के समर्थन में निकाली जाने वाली सभी रैलियों और किसी भी तरह के हमास समर्थन गतिविधियों पर औपचारिक प्रतिबंध लागू कर दिया है। आपको बता दे कि जर्मनी पहले से ही हमास को आतंकवादी संगठन मानता है। उन्होंने कहा कि हमास और आतंकवादी संगठन की गतिविधियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, जिसका मकसद सिर्फ इस्राइल को नष्ट करना है।
फलस्तीनियों का जर्मनी कर रहा विरोध
वहीं, जर्मनी के इस फैसले पर लेबनान में हमास के एक अधिकारी ने कहा कि इस कदम से पता चलता है कि जर्मनी, फलस्तीनी लोगों के खिलाफ हो रहे अपराधों में इस्राइल के साथ खडा है।
जर्मन राजनीतिक मानसिकता एक नरसंहार…
लेबनान में हमास के प्रतिनिधि ओसामा हमदान ने कहा, ‘हमें यह सवाल करने के लिए प्रेरित करता है कि क्या जर्मन राजनीतिक मानसिकता एक नरसंहार मानसिकता है, जो कि किसी एक पार्टी या प्रतिनिधि को नहीं बल्कि सभी लोगों को प्रभावित करती है।’
सैमिडौन नेटवर्क की जर्मन शाखा पर प्रतिबंध
जबकि, जर्मनी की आंतरिक मंत्री फेसर ने सैमिडौन नेटवर्क की जर्मन शाखा पर भी प्रतिबंध लगाने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि है कि वह सैमिडौन नेटवर्क को भी भंग कर रही हैं। उन्होंने कहा यह नेटवर्क हमास सहित आतंकी समूहों का समर्थन और महिमामंडन करता है।
आपको बता दें कि जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने 12 अक्तूबर को इन दोनों संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा भी की थी।
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