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वरीयान योग में गुरु प्रदोष, शत्रुओं पर जीत के लिए करें शिव की आराधना

1जून गुरुवार को गुरु प्रदोष व्रत है.आज वरीयान योग,चित्रा और स्वाती नक्षत्र है.गुरु प्रदोष व्रत और शिव जी के आशीर्वाद से व्यक्ति को अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त होती है.

  News Jungal Desk :- 1 जून गुरुवार को गुरु प्रदोष व्रत है.आज वरीयान योग, चित्रा और स्वाती नक्षत्र है, उसके अलावा शिव और विष्णु पूजा का सुंदर संयोग भी बना है. प्रदोष व्रत भगवान शिव की पूजा के लिए है और गुरुवार भगवान विष्णु की आराधना का दिन है. गुरु प्रदोष Guru Pradosh व्रत की पूजा शाम को प्रदोष काल में होती है, इस वजह से यह व्रत अन्य व्रतों से अलग है. गुरु प्रदोष व्रत और शिव जी के आशीर्वाद से व्यक्ति को अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त होती है. 

गुरु प्रदोष व्रत 2023 मुहूर्त
ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ: आज, गुरुवार, दोपहर 01 बजकर 39 मिनट से
ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी तिथि का समापन: कल, शुक्रवार, दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर
गुरु प्रदोष व्रत पूजा मुहूर्त: शाम 07 बजकर 14 मिनट से रात 09 बजकर 16 मिनट तक
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: शाम 07 बजकर 14 मिनट से रात 08 बजकर 30 मिनट तक
चर-सामान्य मुहूर्त: रात 08 बजकर 30 मिनट से रात 09 बजकर 47 मिनट तक

वरीयान योग और चित्रा नक्षत्र में प्रदोष व्रत
वरीयान योग: आज सुबह से लेकर शाम 7 बजे तक, उसके बाद परिघ योग प्रारंभ
चित्रा नक्षत्र: आज सुबह 06 बजकर 48 मिनट तक, उसके बाद से स्वाती नक्षत्र
आज का अभिजित मुहूर्त: दिन में 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक

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