Health related news करी पत्ते में फॉस्फोरस, विटामिन और मैग्नेशियम जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर को फायदे देते हैं।
न्यूज जंगल डेस्क :- भारत के हर घर की रसोई में अनेकों ऐसी दवाईयां है, जिनसे हजारों बीमारियों का इलाज हो सकता है। जरूरत है तो बस उस ओर ध्यान देने की और सही ढंग से इनका प्रयोग करने की। दक्षिण भारत में ज्यादातर डिशेज में करी पत्ते (Curry Leaves) का तड़का लगाया जाता है।
दरअसल बता दे की करी पत्ते (Curry Leaves) से किसी भी खाने का टेस्ट बेहतर किया जा सकता है। लेकिन इससे सिर्फ टेस्ट ही नहीं बल्कि कई बीमारियों का भी इलाज हो सकता है, करी पत्ते (Curry Leaves) में फॉस्फोरस, कैल्शियम, आयरन, कॉपर, विटामिन (vitamin) और मैग्नेशियम जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर को कई फायदे देते हैं।
करी पत्ते (Curry Leaves) खाने के जबरदस्त फायदे
1. आंखों के लिए अच्छा
करी पत्ते (Curry Leaves) खाने से नाइट ब्लाइंडनेस (Night Blindness) या आंखों से जुड़ी कई अन्य बीमारियों का खतरा टल जाता है। इसमें जरूरी पोषक तत्व विटामिन ए (Vitamin A) पाया जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार है, इसलिए इसे अपने खाने में शामिल करें।
2. डाइजेशन होगा बेहतर (Digestion will be better)
करी पत्ते (Curry Leaves) को हर सुबह खाली पेट खाने से डाइजेशन बेहतर होता है और कब्ज, एसिडिटी, ब्लोटिंग समेत पेट की तमाम परेशनियों से छुटकारा मिल जाता है। इसलिए इसे जरूर खाएं।
3. वजन कम
अगर आप भी वजन को कम करना चाहते है, तो करी पत्ते को चबाएं। इसमें एथिल एसीटेट, महानिम्बाइन और डाइक्लोरोमेथेन जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो वजन कम (weight loss) करने में आपकी मदद करेंगे।
4. डायबिटीज में मददगार
डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों को अक्सर करी पत्ते (Curry Leaves) खाना चाहिए, इसमें हाइपोग्लाइसेमिक प्रॉपर्टीज पाई जाती है जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल (control) करती है, इसलिए इसे जरूर खाएं।
5. इंफेक्शन से बचाव (prevention from infection)
करी पत्ते (Curry Leaves) में एंटीफंगल और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जिससे कई तरह के इंफेक्शन से बचाव होता है और बीमारियों (diseases) का खतरा टल जाता है। इसलिए इसे खाना चाहिए।
Disclaimer: संबंधित लेख पाठक की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए है, न्यूज जंगल इस लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि इसके बारे में चिकित्सीय (medical) सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।
ये भी पढ़ें:-: अस्पतालों में बुखार के रोगियों का तांता, इन्फ्लूएंजा ए के नए स्ट्रेन का खतरा, सरकारी अस्पतालों में OPD फुल