Home Loan In Hindi: केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक भावेंद्र कुमार कहते हैं कि दरों में कटौती शुरू हो चुकी है व कुछ बैंकों ने शुरुआत कर दी है। विश्लेषकों का मानना है कि जब दरों में लगातार वृद्धि हो रही थी, तब से खुदरा महँगाई दर (retail inflation rate in india) में कमी आई है।
ऐसे में आरबीआई दूसरी तिमाही या जून या जुलाई में रेपो दर में कटौती शुरू कर देगा। हालाँकि, महँगाई आरबीआई के 4 फीसदी के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है, लेकिन आने वाले महीनों में कम होने की उम्मीद है।
2024 में वैश्विक जीडीपी (global gdp 2024 in hindi) के धीमे रहने की आशंका है । ऐसे में भारत की तेज विकास दर को समर्थन देने के लिए आरबीआई को मौद्रिक नीति (monetary policy of rbi 2024 hindi) आसान बनाने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
दरों में पहली कटौती जून के पश्चात् प्रारंभ हो सकती है। इस साल यानि 2024 के मध्य तक रेपो दर 6.50 फीसदी पर ही रहेगी, बाद में इसे 6.25 फीसदी तक ले जाया जा सकता है।
बैंक कुछ समय बाद ही होम लोन (Home Loan) में देंगे फायदा
रेपो दर में कटौती जून या जुलाई सें भले ही हो, परन्तु बैंक दो तीन महीने बाद सें ही इसका फायदा देना शुरू करेंगे। कुछ बैंक जरूर तुरंत इसका लाभ देंगे, पर ज्यादातर समय लगा देते हैं।
कुछ बैंक रेपो दर (repo rate in india) में कटौती का कुछ हिस्से का ही ग्राहकों को फायदा देते हैं। अन्य बैंक नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धी दरों की पेशकश कर सकते हैं।
अधिकतम लाभ पाने के लिए दर में गिरावट के लिए बेहतर होगा कि एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड लेंडिंग रेट (external benchmark linked lending rate) में कर्ज को बदल लें। जिन कर्जदारों ने होम लोन ईबीएलआर के तहत लिया है उन्हें दर में कमी का सबसे तेज लाभ मिलेगा।
ईबीएलआर (EBLR rate) सीधे रेपो रेट से जुड़ा रहता है इसलिए तुरंत इसका फायदा मिलता है। ईबीएलआर में होम लोन दरें अभी कुछ बैंकों की लगभग 9 फीसदी है, जबकि बेस दर 10.25 फीसदी है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का होम लोन होगा सस्ता
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने खुदरा कर्ज की दरों (retail inflation rate 2024 in hindi) में 0.15 फीसदी की कटौती की है। नई दर 8.35 फीसदी होगी। इसका फायदा होम लोन, कार लोन और सोने के एवज में कर्ज लेने वालों को होगा। साथ ही प्रक्रिया शुल्क भी शून्य कर दी गई है। बैंक का दावा है कि बैंकिंग उद्योग में उसकी दर सबसे कम है।
एसबीआई एमडी अश्विनी कुमार तिवारी ने कहा कि अगर महंगाई कम रहती है और तरलता में सुधार होता है तो दरों में इस साल कटौती होगी। इसकी शुरुआत 0.25 फीसदी से हो सकती है। वहीं, सेंट्रल बैंक ईडी विवेक वाही ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि जून के बाद होम लोन (home loan) की ब्याज दरों में कटौती शुरू हो सकती है।
रेपो दर में कई बार होगी कटौती
रेपो दर केवल एक कटौती तक ही सीमित नहीं रहेगी। इस साल कई बार में 0.50 फीसदी से 1.25 फीसदी तक कटौती की उम्मीद है।
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