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कनाडा कैसे बन गया भारत के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टरों और आतंकियों के लिए ‘दूसरा पाकिस्तान’

भारत के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर, आतंकी और तस्करों के लिए कनाडा शुरुआत से जन्नत बना हुआ है. यहां की जांच एजेंसियों से बचने के लिए ये सभी कनाडा में शरण लेते हैं. कम से कम छह भारत के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर, कट्टरपंथी और 13 ड्रग तस्कर पिछले कई वर्षों से रह रहे हैं

News jungal desk : कनाडा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या के लिए भारत को दोषी ठहरा रहा है और जबकि हकीकत यह है कि 1980 के दशक से ही भारत की कानून-प्रवर्तन एजेंसियों से बचने के लिए गैंगस्टर, तस्कर और आतंकवादी कनाडा की ओर रुख कर रहे हैं । और यूं कहिए कि भारत के मोस्ट वांटेड अपराधियों के लिए कनाडा स्वर्ग बना हुआ है । और कनाडा उन शीर्ष देशों में शामिल है जहां कम से कम छह भारत के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर कट्टरपंथी और 13 ड्रग तस्कर पिछले कई वर्षों से रह रहे हैं ।

दि ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक आतंकवादी घटना से जुड़े मामले में वांछित जालंधर के प्रागपुर का टहल सिंह टुट 1988-89 में कनाडा भाग गया था। और बताया जा रहा है कि जनवरी 1995 में उसे घोषित अपराधी (पीओ) घोषित कर दिया गया था, लेकिन वह अब कनाडा के ओंटारियो में आराम फरमा रहा है।

खालिस्तान की दशमेश रेजिमेंट (डीआरके) से संबंधित बटाला के बैरो नंगल का एक अन्य वांछित आतंकवादी गुरवंत सिंह उर्फ गुरप्रताप उर्फ बाथ 1990 में कनाडा चला गया था । और उसे भी 1995 में पीओ घोषित किया गया था. कनाडा में उसका कोई पता नहीं है. कई हत्याओं और विस्फोटों में वांछित और लखबीर सिंह रोडे समूह के इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से जुड़े चार आतंकवादी भी फर्जी पासपोर्ट पर कनाडा भाग गए थे । और इनमें अमृतसर के तलवंडी नाहर का मल्कियत सिंह शामिल है. मोगा का गुरप्रीत सिंह अब ओंटारियो में, तरनतारन नौशहरा पन्नुआ का गुरजिंदर सिंह ओंटारियो में, नौशहरा पन्नुआ का गुरजिंदर सिंह और कादियां का गुरजीत सिंह भी अब ब्रैम्पटन में आराम से रह रहे हैं ।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनके अलावा कई अन्य लोग भी थे जो पर्दे के पीछे रहे और कनाडा से काम कर रहे हैं. ये लोग भारत में माहौल खराब करने के लिए रसद, बैठकों और फंडिंग में मदद करते हैं. पिछले साल पंजाब पुलिस ने सात मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों की सूची जारी की थी जो फर्जी दस्तावेजों पर भारत से कनाडा भाग गए थे. वे उस देश से आपराधिक और भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं. सात गैंगस्टरों में से सुक्खा दुनेके भी शामिल था, जिसकी हाल ही में हत्या कर दी गई.

गोल्डी बराड़, अर्शदीप डाला, चरणजीत सिंह (उर्फ रिंकू रंधावा), गुरपिंदर सिंह (उर्फ बाबा डल्ला), रमनदीप सिंह (उर्फ रामा जज) और लखबीर सिंह (उर्फ लांडा) सहित अन्य गैंगस्टर कनाडा से काम कर रहे हैं. उन्हें पाकिस्तान स्थित हरविंदर सिंह (उर्फ रिंदा) द्वारा कट्टरपंथी आतंकी बनाया गया है. दिलचस्प बात यह है कि कनाडा सरकार ने गोल्डी बराड़ को देश में शांति के लिए खतरा माना है. वहां की पुलिस ने उसे मोस्ट वांटेड गैंगस्टर घोषित कर दिया था ।

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