Sukesh Chandrasekhar Liquor Scam: सीबीआई द्वारा दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 को बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के मामले में 26 फरवरी को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया था. अब इस नीति को रद्द किया जा चुका है.
ठग सुकेश चंद्रशेखर ने शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में अपनी पेशी के दौरान बड़ा दावा करते हुए कहा कि शराब नीति में अगली गिरफ्तारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की होगी. मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘केजरीवाल वजीर हैं, और वे अपना टास्क बखूबी निभा रहे हैं. मैं एक-एक का पर्दाफाश करूंगा.’ सुकेश ने शराब नीति से किनारा करते हुए कहा कि शराब नीति मामले में अभी और गिरफ्तारियां होंगी और इस केस से उसका कोई लेनादेना नहीं है.
सुकेश चंद्रशेखर पर मनीलॉन्ड्रिंग के अलग-अलग मामले दर्ज हैं और वह अभी जेल में बंद है. वहीं, सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 को बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में 26 फरवरी को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. अब इस नीति को अब रद्द किया जा चुका है.
चंद्रशेखर और उनकी अभिनेत्री पत्नी लीना मारिया पॉल दोनों को दिल्ली पुलिस ने सितंबर 2022 में धोखाधड़ी के एक मामले में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा और ईडी की जांच के दौरान बॉलीवुड अभिनेत्रियों जैकलीन फर्नांडीज और नोरा फतेही के अलावा कई अन्य लोगों के नाम मामले में सामने आए थे.
सुकेश चंद्रशेखर पर मनीलॉन्ड्रिंग के तीन अलग-अलग मामले दर्ज हो चुके हैं. सुकेश पर फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह सहित कुछ अन्य नामी लोगों के साथ कथित तौर धोखाधड़ी करने और जबरन पैसे वसूलने का मामला कोर्ट में चल रहा है. ईडी के मुताबिक, चंद्रशेखर ने कथित तौर पर अदिति सिंह से करीब 200 करोड़ रुपये लिए वसूले थे.
एक अन्य केस में प्रमुख उद्यमी मालविंदर सिंह की पत्नी जपना सिंह से कथित रूप से 3.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) के आधार पर सुकेश चंद्रशेखर को गिरफ्तार किया गया है. एक आपराधिक मामले में गिरफ्तार अपने पति को जमानत दिलाने के लिए जपना सिंह ने यह रकम सुकेश चंद्रशेखर को दी थी.
धन शोधन का एक मामला दिल्ली पुलिस की, 2017 के उस केस की जांच से संबंधित है, जिसमे आरोप लगाया गया था कि सुकेश चंद्रशेखर ने अन्नाद्रमुक के पूर्व नेता टीटीवी दिनाकरण से निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए पैसे लिए, ताकि तमिलनाडु की आर. के. नगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में वीके शशिकला गुट के लिए अन्नाद्रमुक का ‘दो पत्तियों’ का चुनाव चिह्न हासिल हो सके.
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