रूड़की पुलिस ने आईआईटी रूड़की के एक प्रोफेसर से रिश्वत मांगने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। खुद को पशुचिकित्सक बताने वाले सुमित शर्मा को आईआईटी रूड़की के एक प्रोफेसर से पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। पुलिस जांच के दौरान, यह पता चला कि सुमित अपने ही समान नाम वाले किसी अन्य पशुचिकित्सक के पंजीकरण नंबर के तहत कुत्तों का इलाज़ कर रहा था। सुमित शर्मा पिछले पांच महीने से आईआईटी प्रशासन पर कुत्तों पे क्रूरता के झूठे आरोप लगा रहा हैं।
सूत्रों का आरोप है कि सुमित शर्मा ‘फ्रेंड्स फॉर लाइफ’ नाम से एक फर्जी एनजीओ संचालित करता है। उन्होंने पहले आईआईटी प्रशासन के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज की थी, जिसे बाद में जिला प्रशासन द्वारा गठित एक समिति ने खारिज कर दिया था। प्रोफेसर गार्गी सिंह की शिकायत के अनुसार, सुमित शर्मा द्वारा कुत्तों के साथ किए गए गलत इलाज़ के कारण उनकी मौत हो गई। जांच में पुष्टि हुई कि सुमित शर्मा लाइसेंस प्राप्त पशुचिकित्सक नहीं है और एक फर्जी एनजीओ चलाता है।
सुमित शर्मा ने आईआईटी प्रशासन से बड़ी धनराशि की भी मांग की थी, जिसे किस्तों में भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की गई थी। हालाँकि, इस संवेदनशील मुद्दे को लेकर सतर्क पुलिस ने शर्मा को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह रिश्वत की पहली किस्त ले रहा था। पुलिस ने आगे की जांच के लिए सुमित शर्मा का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है, और अधिक गिरफ्तारियों की उम्मीद है क्योंकि आईआईटी रूड़की की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के उद्देश्य से झूठी खबरों के प्रचार की जांच जारी है। ऐसा बताया जा रहा है कि आईआईटी रूड़की के कुछ छात्र भी सुमित शर्मा के साथ आईआईटी रूड़की को बदनाम करने में शामिल हैं। मोबाइल की गहन जांच करने के बाद जल्द ही उन नामों का खुलासा भी पुलिस द्वारा कर दिया जाएगा।