पिछले महीने 18 और 19 मार्च को मुम्बई के मीरा रोड में बाबा बागेश्वर की सभा लगी थी. इस सभा मे शामिल होने के लिए राजस्थान से बावरियों की गैंग भी पहुंची थीं.
News Jungal Desk : मुम्बई में पिछले महीने मीरा रोड में बाबा बागेश्वर धाम की सभा के दौरान कई लोगों के साथ हुई चोरी के मामले की जांच कर रही मीरा-भायंदर पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा किया है। और पुलिस की जांच में सामने आया है कि बाबा बागेश्वर की सभाओं पर बावरिया गैंग की नजर है और इसी गैंग ने मुम्बई के कार्यक्रम के दौरान चोरी को अंजाम दिया था । और इस मामले में पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है . और बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की सभाओं में जुटने वाले भक्तों का ध्यान जहां अर्जी लगाने पर रहता है तो वहीं दूसरी तरफ लाखों भक्तों की आड़ में एक ऐसा गिरोह भी छिपकर बैठा होता है । जिनकी नजर भक्तों के कीमती सामान, गहने और बटुओं पर ही बनी रहती है ।
बेहद खूंखार है बावरिया गैंग
यह गिरोह किसी आम चोर-बदमाशों का नही, बल्कि बावरियों का है। और जो बेहद खूंखार और आपराधिक मानसिकता वाले होते हैं । और इस गिरोह का पर्दाफाश तब हुआ,जब पिछले महीने मुम्बई में हुए बागेश्वर धाम की सभा मे इस गिरोह के लोगों ने जमकर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है और फिर पुलिस की जांच शुरू हुई. पुलिस की जांच में यह सामने आया कि बागेश्वर धाम की सभा मे कई लोगों से चोरी करने के पीछे बावरिया गैंग का हाथ है ।
18 और 19 मार्च को बागेश्वर बाबा की हुई थी सभा
मीरा-भायंदर पुलिस के डीसीपी जयंत बजबले ने बताया कि शिकायत दर्ज होने के बाद जब सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो कुछ लोग संदिग्ध नजर आए थे । सुरागों के आधार पर जब जांच की गई तो पता चला कि बाबा बागेश्वर की सभा मे लोगों को चोरी का शिकार बनाने वाले कोई और नही, बल्कि बावरिया गैंग के लोग थे, जो कि राजस्थान के रहने वाले हैं । दरसअल पिछले महीने 18 और 19 मार्च को मुम्बई के मीरा रोड में बाबा बागेश्वर की सभा लगी थी । इस सभा मे शामिल होने के लिए राजस्थान से बावरियों की गैंग भी पहुंची थीं ।
सभा में महिलाओं ने वारदात को दिया अंजाम
उस दिन की सीसीटीवी में कैद हुई तस्वीरों में बावरिया गैंग की ये महिलाएं सभा के बाहर कार से उतर रही हैं । और ये महिलाएं भक्तों की भीड़ में छिपकर उनके गहने और दूसरे कीमती सामानों पर चालाकी से हाथ साफ कर देती हैं । और इसके आधार पर मीरा रोड पुलिस ने राजस्थान के भरतपुर से बावरिया गैंग के 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 6 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं. जबकि 13 की तलाश तलाश जारी है. पुलिस के मुताबिक बावरिया गैंग महिलाओं को आगे करके अपराधों को अंजाम देते हैं, ताकि किसी को शक न हो ।
बावरिया गैंग कई आपराधित वारदातों को देता हैं अंजाम
बावरिया मूल रूप से राजस्थान के ट्राइबल समुदाय से थे । लेकिन आज देश के कई हिस्सों में ये बसे हुए हैं । और बावरिया गैंग साल में 8 महीने चोरी, लूट, हत्या जैसे अपराधों को अंजाम देने के लिए देशभर में घूमता है, जबकि बाकी के 4 महीने अपने अपने गांव में खेती व दूसरे घरेलू काम करता है । इस गैंग की महिलाएं भी बेहद शातिर हैं जो पलक झपकते ही गहने और बटुवा गायब कर देती हैं । इनके पूर्वज भी इसी तरह के अपराधों में लिप्त थे और नई पीढ़ी ने हत्या, लूट, चोरी जैसे अपराध को अपना रोजगार बनाया है ।
73 लोगों के गहनों पर चोरों ने हाथ किया साफ
पुलिस के मुताबिक बावरिया गैंग खुद को बागेश्वर धाम का भक्त बताकर उनके दफ्तर से धीरेंद्र शास्त्री की देश में होने वाली सभाओं की जानकारी लेता है । और जानकारी मिलते ही यह गैंग अपनी तैयारियां शुरू कर देता है और अलग-अलग गैंग बनाकर चोरी को अंजाम देने के लिए गाड़ियों से सभा वाले दिन पहुंच जाते हैं. मुम्बई में बागेश्वर धाम की दो दिनों की सभा के दौरान इस गैंग ने 73 लोगों के गहनों पर इस गैंग ने हाथ साफ कर दिया था. आरोपियों के पास से सोने के कई बिस्किट बरामद हुए हैं,जो चोरी के गहनों को पिघलाकर बनाए गए हैं. फिलहाल पुलिस 13 अन्य आरोपियों की तलाश में है ।
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