राहिल हसन के मुताबिक उमेश पाल शूटआउट के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था और नौ दिन तक हिरासत में रखकर पूछताछ भी की थी. राहिल के मुताबिक मोहम्मद गुलाम के भाई होने के नाते उसे जो जानकारी थी, वह जानकारी उसने पुलिस को दे दी थी. राहिल हसन और उनकी मां खुशनुदा का कहना है कि मोहम्मद गुलाम ने गलती की है इसलिए उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ।
News jungal desk : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में 5 लाख रुपये के इनामी बदमाश ग़ुलाम के घर पर योगी सरकार का बुलडोजर चला है. आरोपी बदमाश गुलाम के आलीशान मकान पर तोज़ा जा रहा है । और जानकारी के अनुसार, अभियुक्त गुलाम का मेंहदौरी में आवास है । वही, गुलाम के परिवार ने कार्रवाई का विरोध किया है । गुलाम के परिवार का कहना है कि ये घर पुस्तैनी है । गुलाम ने इसे नहीं बनवाया था । शूटर मोहम्मद गुलाम के भाई राहिल हसल ने कहा कि मोहम्मद गुलाम ने बहुत गलत काम किया है । इससे पहले, भाई राहिल हसन ने मोहम्मद गुलाम का इनकाउंटर होने पर शव लेने से भी इनकार किया था । बोला कि मोहम्मद गुलाम से उसका कोई संबंध नहीं था । मोहम्मद गुलाम पहले भी चंदन हत्याकांड में साढ़े तीन साल की सजा काट चुका है । हालांकि, इस केस में वह बरी हो गया था ।
फिलहाल, अब प्रयागराज विकास प्राधिकरण की तरफ से मोहम्मद गुलाम के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई करी जा रही है । शिवकुटी थाना क्षेत्र के तेलियरगंज के रसूलाबाद मेंहदौरी में 3600 वर्ग फीट में यह मंजिला मकान है । मकान के अगले हिस्से में 4 दुकानें हैं । जिन्हें खाली करा लिया गया है । प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने 13 मार्च को ध्वस्तीकरण का आदेश पारित किया था । मोहम्मद गुलाम की मां खुशनूदा ने भी बेटे से कोई संबंध होने की बात कही है । मां ने रोते हुए कहा है कि उन्हें कुछ नहीं कहना है, बस बेटे को सजा मिलनी चाहिए ।
परिवार को मिल रही सजा-भाई
बुलडोजर एक्शन को लेकर मोहम्मद गुलाम के बड़े भाई राहिल हसन का कहना है कि उसके पूरे परिवार को मोहम्मद गुलाम के कर्मों की सजा मिल रही है। और राहिल हसन ने साफ तौर पर बोला है कि वह बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा का महानगर जिला अध्यक्ष था और लगातार अतीक अहमद के खिलाफ आवाज उठाता था, लेकिन उसके भाई के कारनामे के चलते उसके घर पर भी बुलडोजर एक्शन होगा, उसने ऐसा कभी सोचा नहीं था. राहिल हसन ने कहा है कि उसका भाई मोहम्मद गुलाम मारा जाता है तो उनका परिवार उसका शव भी नहीं लेगा. राहिल हसन के मुताबिक इस घटना के बाद से भी मोहम्मद गुलाम ने उससे कभी कोई संपर्क नहीं किया है ।
उसने मकान के हिस्से का बेच दिया था
राहिल हसन का कहना है कि सिविल लाइन में हुए चंदन हत्याकांड में भी मोहम्मद गुलाम का नाम आया था । और वह करीब साढ़े तीन साल जेल में भी रहा हालांकि इस केस में वह बाद में बाइज्जत बरी हो गया था । लेकिन इस मुकदमे में पैरवी के दौरान उसने अपने हिस्से का मकान बेच दिया था । और बाद में परिवार ने उसे एक कमरा रहने के लिए दिया था । राहिल हसन के मुताबिक उमेश पाल शूटआउट के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था और नौ दिन तक हिरासत में रखकर पूछताछ भी करी थी । राहिल के मुताबिक मोहम्मद गुलाम के भाई होने के नाते उसे जो जानकारी थी, वह जानकारी उसने पुलिस को दे दी थी. राहिल हसन और उनकी मां खुशनुदा का कहना है कि मोहम्मद गुलाम ने गलती की है इसलिए उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
Read also : कोरोना ने फिर बजा दी खतरे की घंटी, देश के 9 जिलों में बढ़ रही रफ्तार, गाइडलाइंस जारी