गोरखपुर यूनिवर्सिटी डीडीयू का त्रिभुवन यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन होने के बाद नेपाली स्टूडेंट्स को नई सुविधाएं मिलेगी. प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि इसके जरिए नेपाल के स्टूडेंट का गोरखपुर में आने की अधिक संभावना होगी ।
News jungal desk : भारत नेपाल का रिश्ता एक अटूट बंधन है । और कहा जाता है कि भारत नेपाल में रोटी बेटी का रिश्ता चलता है। साथ ही कई बार यह दोनों देश एक दूसरे के साथ खड़े रहते नजर आए हैं । और इस बार इस रिश्ते को एक अहम भूमिका मिलने जा रही है। DDU दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी गोरखपुर यूनिवर्सिटी की इस बात पर सहमति बनी है कि जल्द ही नेपाल की त्रिभुवन यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू किया जाएगा । और जिसके जरिए स्टूडेंट्स की कई सुविधाएं बढ़ेंगी और उन्हें एक नया प्लेटफार्म मिलेगा । साथ ही इसके जरिए दोनों देशों के रिश्ते और गहरे होंगे ।
गोरखपुर यूनिवर्सिटी डीडीयू का त्रिभुवन यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन होने के बाद नेपाली स्टूडेंट्स की कई सुविधाएं बढ़ेंगी । और वहीं प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि इसके जरिए नेपाल के स्टूडेंट्स की गोरखपुर में आने की अधिक संभावना होगी । साथ ही गोरखपुर यूनिवर्सिटी के छात्र भी रिसर्च और स्टडी के लिए नेपाल जा सकेंगे । और वहीं गोरखपुर यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह के दौरान 2 नेपाली छात्रों को पीएचडी की डिग्री भी प्रदान की गई थी । और आने वाले समय में दोनों देशों के छात्राओं के लिए एक बेहतर संसाधन खड़ा होगा ।
नो इंडिया प्रोग्राम में हिस्सा लेगी गोरखपुर यूनिवर्सिटी
DDU दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी गोरखपुर की V.C प्रोफेसर पूनम टंडन के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल सेल की दो प्राथमिकताएं सुनिश्चित की गई हैं । और जिसमें पड़ोसी देशों के साथ शैक्षिक स्तर पर रिश्ता मजबूत करने के लिए गिरमिटिया देश, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, मॉरीशस, त्रिनिदाद और टोबैगा के साथ शैक्षणिक संबंध को मजबूत किए जाएंगे, क्योंकि इन देशों का भी भारत के साथ अनोखा लगाव है. साथ ही गोरखपुर यूनिवर्सिटी फॉरेन मिनिस्ट्री के ओर से शुरू हो रहे नो इंडियन प्रोग्राम में भी हिस्सा लेगी ।
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