अस्पतालों में बुखार के रोगियों का तांता, इन्फ्लूएंजा ए के नए स्ट्रेन का खतरा, सरकारी अस्पतालों में OPD फुल

न्यूज जंगल डेस्क :- कानपुर के सरकारी और निजी अस्पतालों में बुखार के मरीज लगातार पहुंच रहे हैं । ऐसे में इंफ्लुएंजा के नए स्ट्रेन का खतरा भी मंडरा रहा है । H3 N2 के जैसे लक्षणों वाले मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं । लेकिन इनकी जांच की कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही है ।

पिछले 20 दिनों से लगातार वायरल संक्रमण जैसे लक्षणों वाले मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं । सरकारी अस्पतालों के ओपीडी और पर्चा बनवाने वाली लाइनों में खड़े लोग बयां कर रहे हैं ,कि किस तरह से बुखार खराश और खांसी जैसे लक्षणों वाले मरीजों का अस्पताल में सुबह से ही तांता लग जाता है । ओपीडी में मरीजों को वायरल संक्रमण की दवा दे दी जाती है । पीड़ित मरीज को ठीक होने में तकरीबन 10 से 15 दिन लग जाते हैं ।

शहर के सरकारी अस्पतालों में जिनमें हैलट अस्पताल उर्सला अस्पताल और काशीराम ट्रामा सेंटर में रोजाना मरीजों की भीड़ पहुंच रही है । जिनमें बुखार ,गले में खराश कई दिन तक खांसी पेट में ऐठन ,डायरिया जैसे लक्षण होते हैं । निजी अस्पतालों में भी कुछ ऐसा ही हाल दिखाई दे रहा है, जिनमें कई उम्रदराज मरीज भर्ती भी है ।लगातार ऐसे मरीजों की बढ़ती संख्या के बावजूद अभी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल उर्सला में H3 N2 जांच की सुविधा मौजूद नहीं है। प्रदेश में सिर्फ केजीएमयू में यह जांच शुरू की गई है ।

सीएमओ डॉक्टर आलोक रंजन ने स्वास्थ्य विभाग के पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट राधेश्याम गुप्ता को इस मामले में जांच पड़ताल के लिए अस्पतालों में भेजा। जांच के बाद दावा किया गया है ,कि तीन अस्पतालों में छानबीन के बाद गंभीर लक्षण वाले मरीजों की संख्या नहीं दिखाई दी है । सीएमओ ने ये भी कहा कि नगर में इनफ्लुएंजा का कोई केस नहीं है और इस मामले में सतर्कता बरती जा रही है ।

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