पश्चिमी UP के गन्ना बेल्ट का गुड़ विश्व विख्यात है । अमेरिका, लंदन तक एक्सपोर्ट होने वाला गुड़ कैसे बनता है अगर आप ये देख लेंगे तो यहां खींचे चले आएंगे. प्रदेश सरकार ने गुड़ के महत्व को देखते हुए मुज़फ्फरनगर में इसे एक जनपद एक उत्पाद में शामिल किया है ।
News jungal desk :– वेस्ट यूपी की धड़कन गन्ना है । गन्ना ही यहां की लाइफ लाइन है । गन्ने के सहारे ही यहां के किसानों की ज़िन्दगी चलती है. किसान गन्ना चीनी मिलों को बेचते हैं तो उसे भुगतान होता है और उसके घर का चूल्हा जलता है । गन्ना बेल्ट का गुड़ विश्व विख्यात है. अमेरिका लंदन तक एक्सपोर्ट होने वाला गुड़ कैसे बनता है अगर आप ये देख लेंगे तो यहां खींचे चले आएंगे ।
जी हां आजकल आप वेस्ट यूपी के किसी कोने में चले जाइए गुड़ की सोंधी ख़ुशबू आपका मनमोह लेगी. गन्ने गुड़ और मिठास के लिए जाने जाने वाले वेस्ट यूपी में आजकल कोल्हुओं में गन्ने की पेराई तो हो ही रही है. गुड़ भी बनाया जा रहा है. एशिया की सबसे बड़ी मंडी के तौर पर अपनी पहचान बना चुके वेस्ट यूपी के गुड़ को आप बनते देख लेंगे तो वाह कह उठेंगे.
गुड़ बनाने वाले कारीगर खुद को सौभाग्यशाली समझते हैं कि वो ऐसे कार्य में जुटे हुए हैं जिसकी चर्चा देश से लेकर विदेश तक है. प्रदेश सरकार ने गुड़ के महत्व को देखते हुए मुज़फ्फरनगर में इसे एक जनपद एक उत्पाद में शामिल किया है.
गुड़ के उत्पादन और गुणवत्ता पर अब लगातार कार्य किया जा रहा है. खांडसारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि गुड़ सत्र का शुभारंभ हो गया है. आने वाले दिनों में गुड़ की आवक और तेजी से बढ़ेगी. रेवड़ी और गजक का भी सीजन अब शुरू हो चुका है. ऐसे में पुराने गुड़ की खपत उसमें होने के चलते मांग काफी बढ़ी है ।
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