Barack Obama India Minority Rights: पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा पर जॉनी मूर ने कहा, ‘यह सिर्फ भारत के लिए इतिहास का एक हिस्सा नहीं था, यह अमेरिका के लिए भी इतिहास का एक हिस्सा है. भारत अविश्वसनीय रूप से एक बहुलतावादी देश है. यह एक ऐसा देश है जो हर चुनाव में अपने लोकतंत्र के लिए लड़ता है और भारत में लोकतंत्र पूरी तरह जीवित है.’
News Jungal Desk: अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग (यूएससीआईआरएफ) के एक पूर्व आयुक्त ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर दिए गए बयान की कड़ी आलोचना की और कहा कि उन्हें भारत की निंदा करने से ज्यादा उसकी सराहना करने में अपनी ऊर्जा को खर्च करना चाहिए. अमेरिकी ईसाई धर्म प्रचारक जॉनी मूर ने कहा कि भारत मानव इतिहास में सबसे ज्यादा विविधता वाला देश है और अमेरिका को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की तारीफ करनी चाहिए.
एक निजी न्यूज चैनल पर जारी एक वीडियो के मुताबिक उन्होंने आगे कहा, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत एक आदर्श देश नहीं है, ठीक वैसे ही जैसे अमेरिका एक आदर्श देश नहीं है, लेकिन भारती की विविधता ही इसकी ताकत है, यहां तक कि अपनी आलोचना में भी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करने से खुद को नहीं रोक सके.’
प्रधानमंत्री मोदी की मिस्र यात्रा पर अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग के पूर्व आयुक्त जॉनी मूर ने कहा, ‘यह एक शक्तिशाली तस्वीर थी, जो मिस्र के राष्ट्रपति के साथ-साथ सबसे अधिक आबादी वाले हिंदू देश के नेता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. दुनिया भर में, जिस तरह का सम्मान उन्हें मिला, उसे प्राप्त करते हुए दुनिया भर में कई ताकतें, बड़े पैमाने पर राजनीतिक ताकतें हैं, जो कई धर्मों को विभाजित करना चाहती हैं, समुदायों को विभाजित करना चाहती हैं और भाषाओं को विभाजित करना चाहती हैं. पीएम मोदी की भारत से लेकर अमेरिका और सीधे मिस्र तक की यात्रा का संदेश यह है कि राजनीति और विभाजन से भी अधिक शक्तिशाली कुछ है, और वह है मूल्य. इसलिए, यह एक बहुत अहम यात्रा थी.’
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