News jungal desk:– 2 जुलाई सन 2020 कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की शहादत के महज 3 साल बाद कानपुर देहात न्यायालय ने बिकरू काण्ड में शामिल गैगेस्टर विकास दुबे के सहयोगी श्यामू बाजपेई को 5 साल की सजा सुना दी .न्यायालय के इस फैसले से साफ हो गया कि बिकरू कांड में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा
2 जुलाई सन 2020 यह वह तारीख है जिसे कानपुर पुलिस कभी नहीं भूल पाएगी दरअसल इसी तारीख को कानपुर नगर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में गैगेस्टर विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर रात के अंधेरे में मौत की ऐसी इबारत लिखी थी जिससे कानपुर ही नहीं पूरा उत्तर प्रदेश थर्रा गया था . गैगेस्टर विकास दुबे ने एक डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों को शहीद कर दिया था. बिकरू कांड में पुलिस ने 44 लोगों को आरोपी बनाया गया था. इस मामले में महज 3 साल बाद कानपुर देहात न्यायालय Kanpur Dehat Court ने 44 आरोपियों में से एक आरोपी को सजा सुना दी .आरोपी श्यामू बाजपेई पर न्यायालय में दोष सिद्ध हो गया और न्यायालय ने उसे 5 साल की सजा सुना दी गई गौरतलब है कि श्यामू बाजपेई को महज दो दिन पहले पुलिस आला ए कत्ल बरामद करने के लिए कानपुर के चौबेपुर ले गई थी जहां श्यामू बाजपेई ने असलाहा बरामद करने के बाद भागने के उद्देश्य से पुलिस पार्टी पर फायरिंग करना शुरू कर दिया .पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपी श्यामू बाजपाई के पैर में गोली लगी और पुलिस ने श्यामू बाजपेई के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया .कानपुर देहात न्यायालय द्वारा महज़ 3 साल में बिकरु कांड के आरोपियों को सजा सुनाए जाने एक बात साफ हो गई है की बिकरू काण्ड मे शामिल किसी भी आरोपी का बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है .
यह भी पढ़े : अब झूठ नहीं बोल पाएगी सचिन की प्रेमिका, जांच एजेंसी उठा सकती है यह कदम