कानपुर। अरोहम के ट्रस्टी अध्यक्ष डॉ उमेश पालीवाल ने बताया कि विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर बिठूर स्थित अरोहम हैप्पी होम वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित करेगा। यही नहीं उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने को भी प्रयास करेगा।
डॉ उमेश पालीवाल ने पत्रकारों को बताया कि
वरिष्ठ नागरिक दिवस हर साल 21अगस्त को हर साल मनाया जाता है। डॉ पालीवाल ने बताया कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में वरिष्ठ नागरिकों की भूमिका, उनके अधिकारों और जरूरतों के प्रति जागरूकता फैलाना है। उनके अनुसार
यह उन बुजुर्गों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा समाज, परिवार और राष्ट्र की सेवा में व्यतीत किया है। भारत में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वरिष्ठ नागरिक माना जाता है। उनपर केंद्र सरकार की चिंता सम्मान का प्रतीक है। अरोहम में 40 वरिष्ठ नागरिक रहते हैं जिनकी उचित देखभाल को 30 कर्मचारी नियुक्त हैं। डॉ उमेश पालीवाल का कहना है कि
यह दिन उन समस्याओं को पहचानने के उद्देश्य से मनाया जाता है, जिनका सामना एक बुजुर्ग व्यक्ति को बुढ़ापे में करना पड़ता है। कई सरकारी योजनाएं जैसे
वित्तीय प्रोत्साहन और बचत योजनाओं पर उच्च ब्याज दरों के अलावा, वरिष्ठ नागरिकों को सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला पर विभिन्न लाभ भी प्रदान किए जाते हैं, जैसे –स्वास्थ्य सम्बंधित इलाज में और राज्य रोडवेज बसों में यात्रा में विशेष छूट आदि। अरोहम संस्था इस ओर भी बुजुर्गों का ख्याल रखती है। भारत सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय स्थिरता देने के लिए कई विशेष पेंशन योजनाएँ भी शुरू की हैं। उनके मुताबिक इनमें अटल पेंशन योजना, राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली, प्रधानमंत्री वय वंदना योजना और वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना आदि प्रमुख हैं। अरोहम हैप्पी होम को विस्तार दिया जा रहा है। इसमें बृहद गौशाला का भी प्रोजेक्ट शामिल है। गंगा तट पर बने अरोहम कॉटेज भी बनाएगा। मनोरंजन के साधन के साथ ही विपश्यना की भी व्यवस्था है। प्रेसवार्ता में मुकेश पालीवाल, कमल गुप्ता समेत कुछ वरिष्ठ नागरिके भी थे।
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कब से हुई शुरुआत
-विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर 1990 में की थी। पहली बार 1 अक्टूबर 1991 को ‘अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस’ मनाया गया था। यूएसए में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने 19 अगस्त 1988 को इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए और 21 अगस्त 1988 को संयुक्त राज्य में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाया गया। तभी से भारत में भी मनाया जाता है।