देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में अब ड्रग तस्करों ने महाराष्ट्र पुलिस, नारकोटिक्स ब्यूरो (NCB) और दूसरी एजेंसियों से बचने के लिए नए कोड वर्ड तैयार किए हैं. ड्रग पैडलर्स अब ड्रग्स (Drugs) सप्लाई के लिए इसकी अलग-अलग वैराइटी के लिए वॉट्सऐप इमोजी (WhatsApp Emoji) का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस वॉट्सऐप इमोजी के आधार पर ही ड्रग्स को बेचने का गोरखधंधा चल रहा है
News Jungal Desk : दिल्ली और देश के अलग-अलग राज्यों में ड्रग्स तस्करी के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं । और ऐसे में अब ड्रग पैडलर्स (Drug Peddlers) ने ड्रग्स को पकड़े जाने से बचाने के लिए नायाब तरीके इजाद किए हैं । और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में अब ड्रग तस्करों ने महाराष्ट्र पुलिस, नारकोटिक्स ब्यूरो (NCB) और दूसरी एजेंसियों से बचने के लिए नए कोड वर्ड तैयार किए गए हैं । और ड्रग पैडलर्स अब ड्रग्स (Drugs) सप्लाई के लिए इसकी अलग-अलग वैराइटी के लिए वॉट्सऐप इमोजी (WhatsApp Emoji) का इस्तेमाल कर रहे हैं । और इस वॉट्सऐप इमोजी के आधार पर ही ड्रग्स बेचने का गोरखधंधा चल रहा है ।
महाराष्ट्र की जांच एजेंसियों के मुताबिक अब ड्रग्स तस्कर वॉट्सऐप इमोजी का सहारा ले रहे हैं । उऩका मानना है कि इमोजी का प्रयोग करने से वो जांच एजेंसियों की नजरों से दूर रहेंगे और यह कारोबार आसानी से चला सकेंगे । और अब जांच एजेंसियों की नजर ड्रग्स तस्कर के नए ‘वॉट्सऐप इमोजी कोड पर पड़ गई है । और इस कारोबार से जुड़े लोगों पर महाराष्ट्र पुलिस और दूसरी जांच एजेंसियों की पैनी नजर है ।
इसमें गांजा, कोकेन, MDMA, मशरूम और हेरोइन के लिए अलग-अलग वॉट्सऐप इमोजी हैं । और इस इमोजी के आधार पर ही ड्रग्स बेचने का गोरखधंधा किया जा रहा है । और ड्रग तस्करों के इस नए कोड वर्ड पर पुलिस और दूसरी एजेंसियों की कड़ी नजर बनी हुई है ।
ड्रग्स के कारोबार को लेकर दिल्ली पुलिस का मानना है कि बीते कुछ सालों में राजधानी देश में सक्रिय ड्रग्स कार्टेल का ट्रांजिट प्वांइट बन गई है । और आसानी से यहां ड्रग्स लाई जाती है और देश के विभिन्न हिस्सों में इसकी सप्लाई करी जाती है । और भविष्य को तबाह होने से बचाना है तो देश के हर नागरिक और हर जांच एजेंसी को जागना होगा । कोकेन देश में दो देशों से पहुंचाई जाती है । कोकेन अफ्रीका के इथोपिया के अदीस अबाबा शहर से दिल्ली और मुंबई पहुंचाई जाती है । और इसके साथ ही अबूधाबी से सीधे दिल्ली भेजी जाती है । तस्कर कोकेन भेजने के लिए हवाई मार्ग का उपयोग करते हैं ।
ड्रग के कारोबारी कोकेन को खिलौनों, साबुन, शैम्पू में छिपाकर भेजते हैं । और वहीं, दिल्ली में गांजा और अफीम जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, ओडिशा और आंध्र प्रदेश से भेजी जाती है । तस्कर रेल मार्ग और सड़क परिवहन से इसे दिल्ली लाते हैं ।
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